इस बार दीपावली पर बन रहा महासंयोग

जबलपुर, यशभारत। सुख सौभाग्य के साथ ही अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाने वाले महापर्व दीपावली पर इस बार महासंयोग निर्मित हो रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पं.लोकश व्यास के अनुसार दीपावली पर सौभाग्य योग का संयोग बन रहा है। सौभाग्य योग में की गई पूजा-अर्चना से सुख समृद्धि, वैभव एवं ऐश्वर्य में बढ़ोतरी होती है। पूजन के लिए प्रदोषकाल स्थिर लग्न एवं निशीथ काल फलदायी रहता है।
अरुणोदय पंचांग के अनुसार
॥ धनतेरस 10 नवंबर को
शुक्रवार 10 नवं बर को दिन 11 बजकर 26 मिनिट से त्रयोदशी का प्रवेश हो रहा है, इसलिये पूरे दिन धनतेरस का शुभ मूहूर्त रहेगा। धनतेरस के शुभ मुहूर्त में सोना, चांदी, जेवर, बरतन, घर गृहस्थी की सामग्री आदि खरीदना शुभ फलदायक माना गया है। इसी दिन सायंकाल या रात्रि में धन लक्ष्मी की पूजा भी होती है।
॥ यम दीपदान ॥
धनतेरस शुक्रवार 10 नवम्बर को अपने परिवार के सदस्यों के अकाल मृत्यु के निवारण के लिए यमराज को प्रसन्न करने के लिए अपने घर के बाहर चार बत्तियों वाला तेल का दीपक यमराज के निमित्त रखना चाहिए। इसी तरह नरक चौदस को प्रात: काल और सायं काल घर से बाहर चार बत्तियों वाला तेल का दीपक यमराज की प्रसन्नता के निमित्त यम दीपदान करना चाहिए। इसी प्रकार दीपावली के दिन भी यम दीपदान होता है। इससे अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है।

॥ दीपावाली एवं माँ लक्ष्मी पूजन मुहूर्त 12 को
प्रदोष व्यापिनी अमावस्या में लक्ष्मी पूजन शास्त्र सम्मत है। यह मुहूर्त रविवार 12 नवम्बर को दिन 1 बजकर 50 मिनिट के बाद प्रारम्भ हो रहा है, जो यहां से पूरे दिन और रात्रि अंत लक्ष्मी कुबेर पूजन के लिये शुभ मुहूर्त है। कंपनी दुकान, फर्म, कलकारखानों में जहां पूजन दिन में होता था, वहां इस वर्ष यहपूजन दिन 1 बजकर 50 मिनिट के बाद सम्पन्न हो सकेगा। पूजन का विशेष शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 1 मिनिट में रात्रि 9 बजकर 55 मिनिट तक गोधूली प्रदोषकाल और स्थिर लग्न आदि का शुभ मुहूर्त रहेगा। सामान्य शुभ मुहूर्त रात्रि 9 बजकर 55 मिनिट से रात्रि 12 बजकर 11 मिनिट तक रहेगा। इसके बाद में रात्रि 12 बजकर 11 मिनिट से रात्रि 2 बजकर 23 मिनिट स्थिर लग्न का विशेष शुभ मुहूर्त रहेगा। इसका समापन अगले दिन 13 नवंबर 2 बजकर 26 मिनट पर हो जाएगा. अगले दिन ना होकर 14 नवंबर के दिन गोवर्धन पूजा की जाएगी. इसके अगले दिन 15 नवंबर को भैया दूज मनाया जाएगा.