जबलपुरमध्य प्रदेश

गेहूं के लिए फायदेमंद लेकिन दलहनी फसलों के लिए नुकसानदायक रही यह बारिश

जबलपुर, यशभारत। गुजरात में बने चक्रवात के चलते जबलपुर और आसपास के जिलों में हुई बारिश से किसान के माथे पर बल पड़ रहा है। इधर कृषि विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान में हुई बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को कोई नुकसान नहीं है अलबत्ता यह बारिश गेहूं की फसल के लिए लाभ दायक है, लेकिन दलहनी फसलों के लिए यह बारिश नुकसान दायक है। यदि बारिश का दौर जारी रहा तो किसानों को और भी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इधर किसान और किसान संगठनों ने तत्काल प्रशासन से मदद और सर्वे की गुहार लगाई, जिसके बाद कलेक्टर दीपक सेक्सना ने प्रशासनिक और कृषि विभाग से जुड़े अधिकारियों को गांव का दौरा करने भेजा। सर्वे के दौरान 20 से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि होने की बात सामने आई, जिसके बाद विज्ञानी और कृषि विभाग के साथ बैठक कर अगला कदम उठाया जाएगा।

खुले में पड़ी धान भी हुई खराब
ओलावृष्टि और बारिश के बाद वे किसान भी काफी नाराज हैं जिनकी धान वेयरहाउस के बाहर पड़ी हुई है। किसानों ने अनेक मर्तबा खुले में पड़ी धान वेयर हाउस में रखवाने की गुहार अधिकारियों से लगाई लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। हालांकि प्रशासन की मानें तो धानखरीदी पूरी हो चुकी है और पूरी धान वेयर हाउस में सुरक्षित रखवाई जा चुकी है। जिन किसानों मे रोष है उनमें ज्यादा वे हैं जिनकी धान नॉन एफएक्यू पाई गई थी।

दलहनी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा
जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के वरिष्ठ विज्ञानी और एक्सटेंशन विभाग के डायरेक्टर डा. दिनकर शर्मा ने बताया कि इस बारिश और ओलावृष्टि से उन फसलों को ज्यादा नकसान पहुंचा है, जिसमें फूल आ रहे थे। वहीं अलसी समेत दलहन फसलों को भी नुकसान हुआ, लेकिन हां, इससे गेहूं को फायदा हुआ है। इधर भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि ओलावृष्टि व अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। तेज पानी हवा के कारण गेहूं की फसलें खेतों में बिछ गई हैं। ओलावृष्टि व अतिवृष्टि के कारण किसानों की चना, मसूर, मटर को भारी नुकसान पहुंचा है। जिले में बरगी, जबलपुर, शहपुरा, पाटन, पनागर, कटंगी तहसीलों में फसलों को ज्यादा नुकसान हुआ। प्रशासन से मांग है कि तत्काल फसलों की क्षति का सर्वे करने का निर्देश जारी करें।

कुछ गांवों में ओलावृष्टि की सूचना मिली थी, जिसमें चने के आकार के ओले गिरने की जानकारी दी गई है। जिससे फसल में कोई खास नुकसान देखने में नहीं आया है। कलेक्टर ने कहा कि अभी भी ओलावृष्टि की संभावना है सूचना मिलने पर समस्त किसानों की फसलों का मुआयना कराया जाएगा।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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