इंदौरकटनीग्वालियरजबलपुरभोपालमध्य प्रदेश

सीएम के गणेश पूजन के कई मायने, विद्युत मंडल बुरे दौर से गुजर रहा था तब स्थापित हुई थी प्रतिमा

WhatsApp Icon
Join Yashbharat App

जबलपुर, यशभारत। मध्यप्रदेश विद्युत मंडल के मुख्यालय शक्ति भवन का इतिहास 1989 से ही चौंकाने वाला रहा है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कैबिनेट मीटिंग के पहले गणेश भगवान की पूजा की उसका विशेष महत्व है। जानकार बताते हैं 2019 में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने यहां कैबिनेट की मीटिंग ली थी, जिसके कुछ माह बाद सरकार गिर गई थी। कहा जाता है कि कमलनाथ ने गणेश जी का पूजन नहीं किया था। जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।

क्या है शक्ति भवन का वास्तुदोष
शक्ति भवन में जहां गणेश भगवान स्थापित हैंए उसके ठीक ऊपर वाले कमरे में कैबिनेट की बैठक हुई थी। ऐसा कहा जाता है कि 1989 शक्ति भवन बना था और शक्तिभवन में मुर्गा चौक के नीचे नाला बहता था उसे तत्कालीन एमडी राकेश साहनी ने पुरवाकर गार्डन बनवा दिया था। विद्युत मंडल की खराब स्थिति को देखकर अचानक गणेश प्रतिमा स्थापित कर दी गई।
मालूम हो कि बुधवार का दिन गणेश जी का माना जाता है

Related Articles

Back to top button
Notifications Powered By Aplu