साकार हुई योजनाएं तो बदल जाएगी तस्वीर
तीन एक्सप्रेसवे से जुड़ सकता है जबलपुर, रिंग रोड पर मेगा प्रोजेक्ट की तैयारी

साकार हुई योजनाएं तो बदल जाएगी तस्वीर
तीन एक्सप्रेसवे से जुड़ सकता है जबलपुर, रिंग रोड पर मेगा प्रोजेक्ट की तैयारी
जबलपुर, यश भारत। आधारभूत विकास और कनेक्टिविटी को लेकर आने वाले समय में जबलपुर का स्वरूप बदल सकता है । वर्तमान समय में जिन बड़े प्रोजेक्ट की तैयारी चल रही है यदि वे सकार होते हैं तो जबलपुर का एक नया स्वरूप सामने आएगा। वर्तमान समय में जबलपुर में एक ओर जहां मेगा रिंग रोड का काम चल रहा है वहीं दूसरी ओर नर्मदा एक्सप्रेस वे के सर्वे भी प्रारंभ हो गए हैं जो जबलपुर से होकर गुजर रहे हैं। जिसमें कई बड़े प्रोजेक्ट सामने आने वाले हैं। वहीं दूसरी तरफ रायपुर एक्सप्रेसवे को भी जयपुर से लिंक करने की तैयारी चल रही है। वहीं दूसरी तरफ जबलपुर भोपाल के बीच में भी हाई स्पीड कॉरिडोर की बात शुरू हो गई है, ऐसे में यह प्रोजेक्ट यदि शुरू हो जाते हैं तो जबलपुर की कनेक्टिविटी छत्तीसगढ़ के साथ-साथ गुजरात से भी हो जाएगी साथ ही साथ दक्षिण भारत के लिए बेहतर मौके मौजूद होंगे।
पूर्व से पश्चिम तक पहुंच
वर्तमान में जो नर्मदा एक्सप्रेसवे को लेकर सर्वे का काम चल रहा है, एक्सप्रेसवे कुंडम की ओर से घूम कर पनागर के पास से होते हुए बोरिया के पास से निकलकर सीधे शहपुरा की ओर जाएगा जो की जिले के एक बड़े हिस्से को कवर करेगा। वर्तमान में एक्सप्रेसवे की लंबाई 1200 किलोमीटर बताई जा रही है, जो अमरकंटक से शुरू होकर गुजरात तक जाएगा। जिससे एक और जहां जबलपुर की कनेक्टिविटी सीधे छत्तीसगढ़ से हो जाएगी वहीं दूसरी तरफ गुजरात जाने के लिए उज्जैन होते हुए सफर तय नहीं करना पड़ेगा।
रायपुर के लिए एक्सप्रेसवे
वर्तमान में जबलपुर से रायपुर जाने के लिए मंडला होकर जाना पड़ता है, लेकिन लखनादौन से भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत रायपुर के लिए सीधे एक्सप्रेस में बनाया जा रहा है और अब लखनादौन से जबलपुर को एक्सप्रेसवे के माध्यम से कनेक्ट करने को लेकर भी डीपीआर तैयार हो रहा है। यदि यह योजना सरकार होती है तो फिर लखनादौन होते हुए रायपुर के लिए एक एक्सप्रेस वे तैयार हो जाएगा जो कि औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण साबित होगा।
दो हाईवे हो सकते हैं हाई स्पीड
वर्तमान समय में जबलपुर से नागपुर के लिए नई फोर लाइन सड़क तैयार हुई है लेकिन यदि लखनादौन रायपुर एक्सप्रेसवे से जबलपुर को कनेक्ट किया जाता है तो फिर नागपुर जाने के लिए भी इसी एक्सप्रेसवे का प्रयोग किया जाएगा और उसके आगे इस रोड को हाई स्पीड करने को लेकर डीपीआर तैयार हो रहा है । इसी तरह जबलपुर भोपाल हाईवे भी फोरलेन तैयार किया गया है, लेकिन इसे अब हाई स्पीड करने की योजना तैयार हो रही है और इसके पूर्व से ही भोपाल इंदौर को लेकर हाई स्पीड रोड पर काम चल रहा है, ऐसे में यदि जबलपुर भोपाल रोड हाई स्पीड होती है तो इंदौर तक की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी।
लॉजिस्टिक का बन सकता है हब
वैसे तो रिंग रोड पर दो बड़े लॉजिस्टिक पार्क पहले से प्रस्तावित है। जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा पूर्व में भी सहभागिता के आधार पर इन्वेस्टमेंट करने को लेकर अपनी इच्छा जाहिर की है, लेकिन यदि नर्मदा एक्सप्रेस वे रायपुर एक्सप्रेसवे और हाई स्पीड रूट के कॉन्सेप्ट पर तेजी से काम होता है तो फिर इनका आपस में जोड़ने में रिंग रोड सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभैगी 114 किलोमीटर की रिंग रोड में यह चारों मेगा प्रोजेक्ट शामिल हो जाएंगे इसके बाद यहां पर लॉजिस्टिक हब की संभावना बढ़ जाएगी।
फैक्ट फाइल
एक्सप्रेसवे करीब 1,200 किलोमीटर लंबा होगा.
एक्सप्रेसवे के निर्माण में करीब 31,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे से करीब चार गुना बड़ा होगा.
एक्सप्रेसवे मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा.
एक्सप्रेसवे अमरकंटक से अलीराजपुर ज़िले तक बनाया जाएगा.
एक्सप्रेसवे अनूपपुर, ढिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर से होकर गुज़रेगा.
एक्सप्रेसवे अलीराजपुर को अहमदाबाद से और अनूपपुर ज़िले को छत्तीसगढ़ से जोड़ेगा.