
श्रीनगर , एजेंसी। पहलगाम हमले के बाद आज पीएम मोदी पहली बार जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर को बड़ी सौगात देंगे। जम्मू-श्रीनगर रेलवे लाइन के लोकार्पण के साथ आज वो सपना पूरा होने जा रहा है जो करोड़ों भारतवासी वर्षों से देख रहे थे। पीएम मोदी के दृढ़ संकल्प और भारतीय इंजीनियर्स के कुशल हाथों ने वो बना दिया है जिसे पूरी दुनिया देख रही है। ये है दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल- चिनाब पुल। पीएम मोदी आज 11 बजे सबसे पहले चिनाब ब्रिज का लोकार्पण करेंगे उसके बाद इसी ट्रैक पर बने अंजी ब्रिज का भी लोकार्पण होगा। इसके बाद पीएम मोदी कटरा से श्रीनगर के लिए शुरू होने जा रही वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस ट्रेन के जरिये जम्मू से श्रीनगर का रास्ता केवल 4 घंटे का रह जाएगा।
दुनिया देखेगी भारत की इंजीनियरिंग की मिसाल
चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज दोनों ही इंजीनियर्स का उत्कृष्ट नमूना हैं। दोनों ही कश्मीर घाटी की लाइफ लाइन बनने जा रही हैं। एक तरफ दुनिया का सबसे ऊंचा पुल है तो दूसरी तरफ पहला केबल ब्रिज है जिस पर रेल गाड़ी फर्राटा भरेगी। दोनों एक ही ट्रैक पर बने हैं और दोनों हिमालय की पीर पंजाल रेंज में अडिग खड़े हैं।
क्या है चिनाब पुल की खासियत?
पीएम मोदी पहले जिस चिनाब पुल का उद्धाटन करने वाले हैं उसकी खासियत जान लीजिए। नीचे कलकल बहती चिनाब नदी है और ऊपर ऐफिल टावर से भी ऊंचा 1177 फीट की ऊंचाई पर बना पुल। मानो बादलों से भी ऊपर एक पुल, जिस पर तेज रफ्तार से एक ट्रेन गुजरेगी।
चिनाब नदी पर बना ये पुल 1.3 किमी लंबा और 359 मीटर ऊंचा है।
चिनाब ब्रिज पेरिस के एफिल टावर से भी 29 मीटर ऊंचा है।
यह पुल 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को झेल सकता है।इसके निर्माण में 25,000 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
ये पुल ज़ोन-5 में आने वाले भूंकप को भी सह सकता है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
यही वजह है कि पीएम मोदी इन प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने के लिए इतने बेताब हैं। पीएम मोदी ने उद्घाटन से पहले सोशल मीडिया पर लिखा है, 6 जून वास्तव में जम्मू-कश्मीर के मेरे बहनों और भाइयों के लिए एक विशेष दिन है। 46,000 करोड़ रुपये की प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है, जिसका लोगों के जीवन पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वास्तुकला की असाधारण उपलब्धि होने के अलावा, चिनाब रेल पुल जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को बेहतर बनाएगा। अंजी पुल चुनौतीपूर्ण भूभाग में भारत का पहला केबल-स्टेड रेल पुल है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल सम्पर्क (यूएसबीआरएल) परियोजना सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करेगी और श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेनें आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगी और आजीविका के अवसर पैदा करेंगी।






