जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

राजनांदगांव के स्वयंभूनाथ ने यूपीएससी में पाई तीसरी रैंक, बनेंगे भूवैज्ञानिक

JABALPUR. 12 जनवरी को यूपीएससी द्वारा घोषित भारतीय भूवैज्ञानिक की परीक्षा के रिजल्ट में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के स्वयंभूनाथ ने बाजी मार ली है। उन्होंने इस परीक्षा में पूरे देश में तीसरी रैंक हासिल की। राजनांदगांव के प्रतिष्ठित त्रिपाठी परिवार के स्वयंभूनाथ त्रिपाठी ने यूपीएससी की इस परीक्षा में तीन चरणों में सफलता हासिल की। जिससे उनका पूरा परिवार हर्षित है। यूपीएससी की इस परीक्षा में प्रारंभिक चरण में जनरल स्टडीज और जियोलॉजी के साथ-साथ हाईड्रो जियोलॉजी के दो पेपर हुए थे। वहीं मेन्स एग्जाम में 4 प्रश्नपत्र क्लियर होने के बाद तीसरे चरण में साक्षात्कार लिया गया था।

स्वयंभूनाथ ने इन तीनों चरणों की कसौटी पर खुदको खरा साबित किया। स्वयंभूनाथ ने बताया कि उन्होंने साल 2018 से 2023 तक इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन कोचिंग के मार्फत तैयारी की और रोजाना 16 से 18 घंटे पढ़ाई की।

स्वयंभूनाथ ने बताया कि उन्होंने बेंगलुरू में स्वामी विवेकानंद स्कूल में फिजिक्स के टीचर के रूप में नौकरी भी की है। त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें यह तो यकीन था कि वे यूपीएससी के इस एग्जाम में सफल होंगे, लेकिन उनकी रैंक इतनी अच्छी आएगी, इसका उन्हें अंदाजा तक नहीं था। अपनी सफलता का श्रेय स्वयंभूनाथ ने अपने माता-पिता और जीवनसंगिनी रागिनी को दिया है। बता दें कि स्वयंभूनाथ के अनुज दिव्यांश भी होनहार छात्र रहे हैं और वर्तमान में बेंगलुरु में सीए के रूप में ऑडिटर के पद पर पदस्थ हैं।

जबलपुर के दामाद हैं स्वयंभूनाथ
बता दें कि स्वयंभूनाथ का जबलपुर से खास रिश्ता है, उनकी ससुराल जबलपुर के कांचघर क्षेत्र में है। उनका विवाह क्षेत्र के हरिओम मिश्रा और आशा मिश्रा की पुत्री रागिनी के साथ हुआ था। उनकी इस सफलता से उनके साले जगन्नाथ मिश्रा और अमरनाथ मिश्रा भी काफी प्रसन्न हैं।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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