जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

भ्रमित कर रहा डेंगू का डंक: बगैर डेंगू हुए भी प्लेटलेट्स की संख्या हो रही कम

 

कंपलीट ब्लड टेस्ट करवाने पर ही चल रहा पता

जबलपुर , यश भारतl इन दिनों डेंगू और मलेरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जा रहा है तो वही डेंगू का डंक भी भ्रमित कर रहा है। जी हां, अभी तक अनेक ऐसे कैस सामने आ चुके हैं जहां बगैर डेंगू हुए भी प्लेटलेट्स की संख्या लगातार कम हो रही है। जिसके चलते अब सामान्य बुखार होने पर भी कंप्लीट ब्लड टेस्ट करने की सलाह दी जा रही है ताकि समय रहते पता चल सके। तो वहीं शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की स्थिति ना काफी ही साबित हो रही है।

मौसम में आ रहे बदलाव से सर्दी, खांसी के साथ ही डेंगू, मलेरिया अब भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। सरकारी आंकड़ों में अब तक डेंगू की चपेट में करीब आठ दर्जन लोग आ चुके है। वहीं अघोषित तौर पर डेंगू पाजीटिव केसों की संख्या अधिक भी हो सकती है। क्योंकि सरकारी अस्पतालों के आंकड़े तो जिला मलेरिया विभाग तक पहुंच रहे हैं पर निजी अस्पताल अब भी सही आंकड़े नहीं दे रहे हैं। जबकि सघन इलाकों से ज्यादातर लोग निजी अस्पतालों में इलाज कराने पहुंच रहे हैं।

शहर में डेंगू से अब तक दो की मौत भी हो चुकी है हालांकि जिला मलेरिया विभाग इसकी पुष्टि‍ नहीं कर रहा है। वहीं डेंगू, मलेरिया की रोकथाम के लिए नगर निगम द्वारा भी ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे है। सिविल लाइन, राइट टाउन, नेपियर टाउन सहित कुछ चुनिंदा क्षेत्रों को छोड़ दें तो शहर में कहीं भी नगर निगम द्वारा इन जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व फागिंग मशीनें नही चलाई जा रही है। जबकि दावा ये किया ; था कि शहर के हर वार्ड में पांच-पांच सदस्यीय टीम दवाओं का छिड़काव करेगी।

स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकिन गुनिया की रोकथाम के लिए सर्वे करने व जनजागरूकता लाने के लिए 22 टीमें कार्य कर रही है। जबकि हकीकत ये है कि उपनगरीय क्षेत्र, मलिन बस्तियों में टीमें नजर नहीं आ रही है। वहीं नाले-नालियों की सफाई भी नियमित रूप से नहीं हो रही है। जबकि शहर के सिद्धबाबा, चांदमारी, रांझी, गढ़ा, खंबताल, चेरीताल जैसे सघन इलाकों में डेंगू, मलेरिया के सर्वाधिक मामले आते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बेहाल

वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बदहाल है बरेला सहित आसपास के करीब 100 ग्रामों में सर्दी जुकाम बुखार मलेरिया डेंगू के अनेक मामले सामने आ चुके हैं जहां मरीज प्राइवेट इलाज कर रहे हैं वहीं सरकारी टीमों को इसकी भनक भी नहीं है इन क्षेत्रों में सरकारी महकमा का पता भी नहीं हैl

इन्होंने कहा . . ..

 

टीमें लगातार मलेरिया डेंगू की रोकथाम में जुटी हुई है जहां आवश्यक है वहां छिड़काव हो रहा है लगातार मरीजों की काउंटिंग की जा रही हैl कंपलीट ब्लड टेस्ट कराने लोगों को सलाह दी जा रही है साथ ही पता चलने पर तत्काल सरकारी अस्पताल में भर्ती होने की अपील की जा रही है। ताकि समय रहते इलाज संभव हो सके।

संजय मिश्रा, सीएमएचओ

स्वास्थ्य विभाग लगातार मलेरिया डेंगू आदि की जांच कर रही है हर परिस्थिति को देखा जा रहा है विभाग नजरे जमाए हुए हैंl
डॉ रश्मि भट्टाचार्य , सीबीएमओ बरेला

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