बरही कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ सही पाई गई शिकायतें विधायक संजय पाठक से छात्राओं ने की थी शिकायत
कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा गठित जांच समिति ने की थी छात्राओं के उत्पीड़न मामले की जांच

कलेक्टर ने प्राचार्य को पद से हटाने और विभागीय जांच के लिए अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा को लिखा पत्र
कटनी, यशभारत। बरही कॉलेज की छात्राओं द्वारा की गई शिकायत की जांच के बाद कलेक्टर अवि प्रसाद ने प्राचार्य डॉक्टर आर के वर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा जबलपुर को पत्र लिखा है। विदित हो कि कुछ दिन पहले बरही कॉलेज की छात्राओं ने विधायक संजय पाठक से प्राचार्य डॉ आर के वर्मा की शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की थी। विधायक ने कार्यवाही के लिए कलेक्टर के कहा था। कलेक्टर अवि प्रसाद द्वारा मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया गया था। जांच समिति ने मंगलवार को शासकीय महाविद्यालय बरही पहुंचकर छात्राओं के उत्पीड़न मामले की शिकायत के संबंध में विस्तृत जांच की। जांच समिति ने कार्यालयीन स्टाफ, प्राचार्य और कालेज में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को मिलाकर करीब 150 लोगों के कथन कलमबद्ध किए। जांच समिति ने प्रथम दृष्टया प्राचार्य डॉ आर के वर्मा पर लगे आरोप को आंशिक रूप से सही पाया। जांच समिति ने अपने जांच प्रतिवेदन में शासकीय महाविद्यालय बरही के प्राचार्य डॉक्टर आरके वर्मा को तत्काल प्रभाव से कॉलेज से हटाने और अन्य योग्य प्राध्यापक को प्राचार्य का प्रभार सौंपने की अनुशंसा की है। साथ ही जांच समिति ने प्राचार्य के विरुद्ध विभागीय जांच संस्थित कर अभिलेखों व दस्तावेज के आधार पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की भी अनुशंसा की है। शासकीय तिलक महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ चित्रा प्रभात की अध्यक्षता में गठित जांच समिति मे सदस्य के तौर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास नयन सिंह, सहायक संचालक वनश्री कुर्वेती, प्राचार्य शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय माधवनगर विभा श्रीवास्तव और सेवानिवृत्त उपसंचालक पंचायत एवं सामाजिक न्याय ए के तिवारी शामिल थे। शासकीय बरही महाविद्यालय में छात्राओं के उत्पीड़न संबंधी शिकायत की जांच का प्रतिवेदन जांच समिति द्वारा कलेक्टर अवि प्रसाद को सौंपने के तत्काल बाद समिति की अनुशंसा पर तत्काल अमल करते हुए कलेक्टर श्री प्रसाद ने प्राचार्य डॉक्टर आरके वर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा जबलपुर को पत्र लिखा है, साथ ही कलेक्टर श्री प्रसाद ने जांच समिति की अनुशंसा के आधार पर अन्य योग्य प्राध्यापक को प्राचार्य पद का प्रभार सौंपने कहा है।







