जबलपुर

चार माह बाद अबूझ पहेली बन गया सना हत्याकांड

शव नहीं मिलने से नागपुर पुलिस सुलझाने में रही नाकाम

यश भारत फालोअप
जबलपुर। नागपुर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की महामंत्री सना खान की हुई हत्या की गुत्थी अब भी अनसुलझी है।  बहुचर्चित हत्याकांड को चार माह से अधिक का समय बीत गया है लेकिन अब तक शव नहीं मिला है। कातिलों को जेल भेजने के बाद से नागपुर की मानकापुर पुलिस शव को बरामद करने के लिए जबलपुर,  हरदा, सिवनी समेत कई जिलों में  पड़ताल कर चुकी है, लेकिन पुलिस के हाथ खाली है।
विदित हो कि नागपुर भाजपा अल्पसंख्यक सेल की मंत्री सना खान ने बिलहरी राजुल टाउन निवासी ढाबा संचालक अमित साहू ने 24 अप्रेल को कोर्ट मैरिज की थी। दोनों बिजनेस पार्टनर थे। दो अगस्त को सना नागपुर से जबलपुर आई थी जहां राजुल टाउन स्थित  मकान में अमित साहू ने सना की हत्या कर दी थी। इसके साथ आरोपित पति ने लाश को अपने साथियों की मद्द से ठिकाने लगा दिया था।  मामले में मुख्य आरोपी अमित उर्फ पप्पू साहू के अलावा राजेश सिंह, कमलेश पटेल और धर्मेन्द्र यादव उसके पिता रविशंकर यादव  को भेजा जा चुका है।
1 लाख का ईनाम फिर भी कोई सुराग नहीं
हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और शव की बरामदगी के लिए पुलिस ने एक लाख रूपए का ईनाम भी घोषित किया।  मृतिका के शव या उससे जुड़ी जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा नागपुर पुलिस द्वारा की गई लेकिन अब तक पुलिस के हाथ ऐसा कोई सुराग नहीं लगा है जिसके सहारे पुलिस शव तक पहुंच सकें।
 कई बार लगाए शहर के चक्कर
नागपुर पुलिस ने कई बार शहर के चक्कर लगाए, गोपनीयत तरीके से भी जांच पड़ताल की। आरोपियों के मद्दगारों की भी कुंडली बनाई गई करीबियों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया। कई बिन्दुओं पर जांच चली। लेकिन पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा।
 पप्पू की कहानियों में उलझी पुलिस
मानकापुर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लंबी रिमांड ली। मुख्य आरोपी अप्पू ने पुलिस को गुमराह करने के साथ कहानियां रची। शव को हिरण नदी में फेंकने की बात कहीं। इसके साथ ही पूछताछ में वे बार-बार बयान बदला रहा और पुलिस उसकी कहानियों में उलझती गई। जिसके चलते आज तक सना का शव बरामद नहीं हो पाया।
जिसमें राज छिपे वो मोबाइल भी नहीं मिला
सना के पास तीन मोबाइल थे जिन्हें भी पप्पू ने फेंक दिया था। जिसे भी पुलिस बरामद नहीं कर पाई। सूत्रों की माने तो इन मोबाइलों में कई राज छिपे हुए थे।
सेक्सटॉर्शन गैंग भी नहीं हो पाई बेनकाब
आरोपित अमित साहू ने भाजपा नेत्री सना खान को सेक्सटॉर्शन में धकेल कर न सिर्फ उसके अश्लील वीडियो- फोटो बनाता था बल्कि उसे ब्लैकमेल भी किया करता था। महाराष्ट्र, मप्र के अलावा उत्तरप्रदेश के निवासी हनी ट्रैप का शिकार हुए है। व्यापारियों, नेताओं को ब्लैकमेल कर पप्पू ने करोड़ों रूपए कमाए थे। जांच का दायरा बढऩे के बाद पप्पू और उसके साथियों पर एक और प्रकरण दर्ज हुआ था।  सूत्रों की माने तो इस ब्लैकमेलिंग के धंधे में पूरी गैंग बनाई गई थी जिसके सदस्य भी अब तक बेनकाब नहीं हो पाए है।
मगरमच्छ तो नहीं निगल गए  
मामले में यह भी आशंका जाहिर की गई है कि शव को कहीं मगरमच्छ तो नहीं निगल गए है। नर्मदा और हिरण नदी में कितने मगरमच्छ है इसको लेकर भी नागपुर पुलिस ने वन विभाग को पत्र लिखा था। इसके साथ ही यह भी शक है कि अप्पू ने शव को कहीं दफना दिया होगा और पुलिस को गुमराह करने के लिए हिरण नदी में शव को फेंक देना बताया।
 इनका कहना है
शव की बरामदगी के प्रयास जारी है। अब तक कोई सुराग नहीं लगे है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
 शुभांगी वानखेड़े, मानकापुर थाना प्रभारी, नागपुर

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

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