
लंदन, 27 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार साउथ अफ्रीका ने कोई आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल 2025 में साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर न सिर्फ खिताब पर कब्जा जमाया, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड भी तोड़ दिए। सबसे अहम बात, इस जीत के साथ ही भारत का एक ऐतिहासिक महारिकॉर्ड भी टूट गया है, जिसने विश्व क्रिकेट में खलबली मचा दी है।
साउथ अफ्रीका ने रचा इतिहास, तोड़ा भारत का महारिकॉर्ड
WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाने के साथ ही साउथ अफ्रीका ने क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। इस जीत के साथ, साउथ अफ्रीका टेस्ट क्रिकेट के तीनों बड़े फॉर्मेट – टेस्ट, वनडे और टी20 (विश्व कप/चैंपियनशिप) में आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाली पहली टीम बन गई है।
यह वही महारिकॉर्ड है जिसे अब तक भारतीय टीम के नाम माना जाता था। भारतीय टीम ने 1983 में वनडे विश्व कप, 2007 में टी20 विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी (वनडे) जीती थी। हालांकि, भारत ने कभी भी टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) नहीं जीती है, जबकि साउथ अफ्रीका ने अब टेस्ट प्रारूप में भी आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम कर ली है।
साउथ अफ्रीका ने इससे पहले 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी (वनडे) और 2007 में inaugural टी20 विश्व कप जीता था। WTC फाइनल 2025 में मिली ऐतिहासिक जीत के साथ, प्रोटियाज ने अपनी ट्रॉफी कैबिनेट में टेस्ट की प्रतिष्ठित चैंपियनशिप भी जोड़ ली है, और इस तरह वे क्रिकेट के तीनों प्रमुख प्रारूपों में आईसीसी खिताब जीतने वाले पहले राष्ट्र बन गए हैं।
फाइनल का रोमांच और साउथ अफ्रीका का दबदबा
ओवल के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में साउथ अफ्रीका ने हर विभाग में ऑस्ट्रेलिया को मात दी। शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में कम स्कोर पर समेटने के बाद, साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने धैर्य और आक्रमण का शानदार संतुलन दिखाया। दूसरी पारी में 250 से अधिक रनों का पीछा करते हुए, साउथ अफ्रीका ने 5 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया, जिससे टीम के जज्बे और संकल्प का प्रदर्शन हुआ।
इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका ने क्रिकेट जगत में अपनी बादशाहत फिर से स्थापित कर दी है और आने वाले समय में विश्व क्रिकेट में उनका दबदबा देखने को मिल सकता है। भारत के इस महारिकॉर्ड का टूटना निश्चित रूप से भारतीय प्रशंसकों के लिए थोड़ा निराशाजनक है, लेकिन यह साउथ अफ्रीका की ऐतिहासिक उपलब्धि को किसी भी तरह से कम नहीं करता।







