10 लाख की रोड 5 साल से है गायब : शिकायत के बाद भी जांच नहीं, ग्रामीण खोज रहे अपनी सड़क

मण्डला lबिछिया जनपद की ग्राम पंचायत पड़रिया के पोषक ग्राम सारसडोली माल पर वर्ष 2018 में सीसी रोड का निर्माण किया गया था जो अब गायब हो चुकी है इतना ही नहीं ग्रामीण अपनी रोड को 5 साल से खोज रहे हैं तो वही शिकायत के बाद भी जांच नहीं हो पा रही है।
बताया जाता है कि रहवासी जगत के घर से प्रधानमंत्री सड़क तक सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रूपये स्वीकृत किए गये थे, जिसमें से वर्क आईडी 100639280 के अनुसार 6 लाख 59 हजार 173 रूपये खर्च किए जा चुके हैं, किन्तु धरातल पर रोड का पता ही नहीं है।
बोरिंग से ग्रामीणों को लाभ नहीं
रहवासी शंभू वरकड़े ने यश भारत को बताया कि उक्ति बोरिंग से ग्रामीणों को लाभ नहीं मिल रहा है अपितु पेयजल के नाम पर करायी गई बोरिंग से खेतों की सिंचाई की जा रही है। उक्त भ्रष्टाचार अधिकारियों के संज्ञान में है, लेकिन आजतक दोषियों के विरूध्द कार्यवाही नहीं की गई है।
आरटीआई में नहीं मिले दस्तावेज
सूत्रों की मानें तो यदि इस ग्राम पंचायत की पिछले कार्यकाल की सूक्ष्मता से जॉच की जाये तो और भी गड़बड़-झाला उजागर होंगे। पंचायत के तत्कालीन सचिव चमरूलाल मरावी वर्तमान में दानीटोला ग्राम पंचायत में कार्यरत हैं जो इस विषय पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं, अपितु वर्तमान सचिव बालकुमार यादव द्वारा आरटीआई के जवाब में बताया गया कि उक्त रोड निर्माण एवं बोरिंग से संबंधित कोई भी दस्ता्वेज पंचायत कार्यालय में उपलब्ध नहीं हैं।
राशि निकाल ली गई, निर्माण नहीं हुआ और रिकॉर्ड भी गायब है जो स्वयं भ्रष्टापचार को प्रमाणित करता है। अब देखना है कि इस विषय पर उच्चाधिकारी कब तक जॉच कर दोषियों पर कार्यवाहीं करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि सरपंच, सचिव, उपयंत्री, मटेरियल सप्लाकयर सभी ने मिलकर राशि का बंदरबॉट किया है।
फैक्ट फाइल
निम्नानुसार भुगतान वर्ष 2019 में :- 1. बिल क्र. 2662, तनु ट्रेडर्स, 35774.79/- , 2. बिल क्र. 2801, तनु ट्रेडर्स, 105999.36/-, 3. बिल क्र. 2789/1, तनु ट्रेडर्स, 100699.40/-, 4. बिल क्र. 184, राज इंटरप्राईजेस, 50925.00/-, 5. बिल क्र. 182, राज इंटरप्राईजेस, 50400.00/- , 6. बिल क्र. 183, राज इंटरप्राईजेस, 50229.00/-, 7. बिल क्र. 181, राज इंटरप्राईजेस, 50104.96/- , 8. बिल क्र. 098, गणपति ट्रेडर्स पो. रामशंकर राय, 215040.00/-
इसी तरह यहॉ 15वें वित्त् की राशि से एक व्यक्ति को लाभ दिलाने के लिए नलजल योजना की बोरिंग निजी भूमि पर करा दी गई हैl