लखनऊ एयरपोर्ट पर रेडियोएक्टिव मटेरियल लीक 2 कर्मचारी बेहोश, खाली कराया डेढ़ किमी का एरिया
लखनऊ , एजेंसी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एयरपोर्ट पर रेडियोएक्टिव मटेरियल लीक होने की सूचना है। इसके कार्गे के दो कर्मचारी बेहोश हो गए हैं। खतरे को भांपते हुए एयरपोर्ट के आसपास के डेढ़ किमी एरिया खाली करवाया जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि रेडियोएक्टिव मटेरियल क्या है और कितना खतरनाक हो सकता है। अब तक की जानकारी के मुताबिक, रेडियोएक्टिव पदार्थ एक लैब में रखा हुआ था, जहां से लीक हुआ है। अधिकारी अभी कुछ कहने की स्थिति में नहीं है, क्योंकि घटनास्थल तक किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है। एयरपोर्ट से ही सटा कानपुर रोड़ है, जहां ट्रैफिक रोक दिया गया है।
मप्र में अब मुखबिरों को नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी
अर्जुन सिंह के सीएम रहते लिया गया था ये फैसला जिसे अब मोहन सरकार ने किया खत्म
भोपाल, यशभारत। मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब प्रदेश में डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिर को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। साल 1981 में पारित इस नियम को मोहन सरकार ने खत्म कर दिया है। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं। सरकारी नौकरी, सामान्य प्रशासन विभाग ने यह प्रावधान निरस्त कर दिया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने 28 अगस्त 1981 को सामान्य प्रशासन विभाग के जरिए कलेक्टरो को परिपत्र जारी किया था कि डाकुओं की सूचना देने वाले मुखबिरों को शासकीय सेवा में नियुक्ति दी जाए। अब प्रदेश में डकैत नहीं बचे, उनका खात्मा हो चुका है। इसलिए अब 43 वर्ष पुराने परिपत्र को निरस्त कर दिया गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इस नियम को खत्म करते हुए सभी सरकारी विभागों और कमिश्नरों को नए निर्देश जारी किए हैं। अब डाकू मुखबिरों को सरकारी सेवा नहीं मिलेगी। साल 1981 में अर्जुन सिंह के सीएम रहते डाकुओं की मुखबिरी करने वालों को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया था। जिसे मध्यप्रदेश की मोहन सरकार ने खत्म कर दिया है। इसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों और कमिश्नरों को सामान्य प्रशासन विभाग ने निर्देश जारी कर दिए हैं। एमपी के ग्वालियर-चंबल और चित्रकूट में डाकुओं का बोलबाला रहा है।