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थाने 24 घण्टे चौकस, एसपी दफ्तर में 11 के बाद सवेरा !: 11 बजे एसपी कार्यालय में लग रही थी झाडू

अनुशासन का पर्याय कहे जाने वाले पुलिस महकमे में वक्त की ये कैसी पाबन्दी

खबर जरा हटके
विशेष प्रतिनिधि
जबलपुर,यशभारत। 24 घंटे सजग रहने वाली पुलिस के जिला मुख्यालय कार्यालय एसपी ऑफिस में आज सुबह 11 बजकर 20 मिनिट तक सन्नाटा पसरा रहा। कुछ कर्मचारी ही इस बीच वहां देखे गए हैं। हालात ये हैं कि 11 बजकर 10 मिनिट तक झाडू ही लगती रहती है। यह झाडू भी एक पुलिस अधिकारी के चैंबर में लगाई जा रही थी। इन हालातों को क्या कहें ?

नियमानुसार जब से 5 दिवसीय कामकाम शुरू हुआ है तभी से कार्यालय का समय सुबह 10 बजे से 6 बजे तक हुआ है फिर भी अधिकांश कार्यालयों में सुबह 10.30 मिनिट तक अधिकारी-कर्मचारी पहुंच पाते हैं। एसपी कार्यालय में भी देर रात तक काम-काज होते हैं फिर भी सुबह 11.20 तक लोग धीरे-धीरे पहुंचते हैं। अधिकांश कार्यालयों में तो ताला लगा था। हुआ यूं कि आज सुबह यह प्रतिनिधि घूमते-फिरते सुबह 10 बजे एसपी कार्यालय पहुंच गया फिर घड़ी का कांटा बढ़ता गया। सुबह 10.30 पर 2 से 3 कर्मचारी ही आए। जब एसपी कार्यालय का मुआयना किया गया तो 11 बजे साफ-सफाई चल रही थी। अधिकृत किसी विभागीय कार्यालय की जानकारी देना वाजिब नहीं है फिर भी अधिकांश कमरों में ताला लगा हुआ था। सिर्फ एक एडीशनल एसपी के कार्यालय का ताला खुला हुआ था जिसके अंदर एक महिला झाडू लगा रही थी।

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एसपी कार्यालय के अधिकांश कमरों में ताला लटके थे। यहां गौरतलब है कि 13 महीने वाली पगार पाने वाली पुलिस फील्ड पर हमेशा मुस्तैद रहती है। 24 घंटे की ड्यूटी में 3 पालियां चलाई जातीं हैं पहली 7 बजे से 2 बजे तक, दूसरी 2 बजे से 10 बजे तक और तीसरी पाली रात 10 बजे से सुबह 7 बजे तक चलाई जाती है जिसमें पुलिस कर्मचारी काम करते हैं। इनमें सिपाही, हवालदार और एएसआई शामिल हैं। वहीं टीआई, टूवायसी का कोई समय निर्धारित नहीं रहता है। उधर फील्ड का विभाग रात में गश्त भी करता है।
दूसरी तरफ एसपी कार्यालय में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारी अवकाश के साथ तीज त्यौहार का अवकाश भी ले लेते हैं दसके बावजूद आज जो इस कार्यालय का नजारा देखा गया वह जबलपुर के लिए चिंता का सबब है।

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कर्मचारियों की नियुक्ति अलग से भी होती है लेकिन काम के दवाब के चलते इस कार्यालय में थानों में ड्यूटी करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों को अटैच किया जाता है। यहां पदस्थ्य होने से जो अधिकारी कर्मचारी कार्यालय में रहते है उन्हें कार्यालयीन समय के तहत काम करना पड़ता है।

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