ट्रेन से आरक्षित कोच गायब होने से यात्री परेशान , दानापुर- पुणे ट्रेन का मामला
रेलवे के हेल्पलाइन नंबर में शिकायत करने के बाद रद्द की यात्रा

रेलवे के हेल्पलाइन नंबर में शिकायत करने के बाद रद्द की यात्रा
कोच की तलाश में गाड़ी के आगे पीछे भागते रहे यात्री
रेलवे के हेल्पलाइन नंबर में शिकायत करने के बाद रद्द की यात्रा
जबलपुर यशभारत।
भारतीय रेलवे रेल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संकल्पित है साथ ही यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए स्पेशल ट्रेन एवं गाड़ियों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं जिससे यात्रियों की यात्रा सुगम हो किन्तु संबंधितों की लापरवाही के कारण यात्रियों को उस समय न केवल भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा बल्कि उन्होंने अपनी यात्रा ही कैंसिल कर दी। मामला है दानापुर से चलकर पुणे जाने वाली गाड़ी संख्या 01014 का जिसमें सतना के यात्रियों द्वारा पुणे जाने के लिए 29 अप्रैल को स्लीपर कोच के एस/ 8 मैं बर्थ नंबर 31 -36 का कंफर्म ई टिकट मिला था किंतु जब उक्त गाड़ी सतना स्टेशन पहुंची तो उक्त कोच गाड़ी से गायब था। इस दौरान जिन यात्रियों का उक्त कोच में रिजर्वेशन था उन्होंने रेलवे स्टेशन में कुछ देर के हंगामा खड़ा कर दिया जब उनको कन्फर्म रिजर्वेशन का एक पूरा डिब्बा गायब था। बता दें कि यह तो एक स्टेशन की बानगी है इस तरह से कितने यात्रियों को परेशान होना पड़ेगा यह तो वही यात्री बता सकते हैं जिन्होंने उक्त गाड़ी में अपनी टिकट बुक कराई थी।
इस संबंध में 53 वर्षीय गणेश प्रसाद ने बताया कि उन्होंने दानापुर से चलकर पुणे जाने वाली गाड़ी संख्या 01014 के स्लीपर कोच एस -8 में ई टिकट से कंफर्म रिजर्वेशन कराया था जिसमें 31 एवं 36 नंबर की बर्थ मिली थी गणेश प्रसाद अपने भाई महेंद्र के साथ 29 अप्रैल को उक्त ट्रेन में सतना से पुणे जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे जब उक्त ट्रेन सतना स्टेशन पहुंची तो उन्होंने अपना आरक्षित कोच खोजना चालू किया इस दौरान उनकी ट्रेन गंतव्य की ओर रावाना होने लगी तो यह दोनों भाई एस -1 कोच में सवार हो गए गाड़ी मैहर स्टेशन में कुछ देर रुकी तो यह पुनः अपना आरक्षित कोच तलाश में लगे इसके बाद यह इस ट्रेन में चढ़कर कटनी स्टेशन तक खड़े-खड़े सफर किया और जब गाड़ी कटनी पहुंची तो इन्होंने गाड़ी के टीटीई से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि यह कोच जहां से गाड़ी चली थी वहीं से नहीं लगा मैं स्वयं इस मामले को लेकर छिवकी स्टेशन से यात्रियों को समझा समझा कर परेशान हूं और इस मामले की जानकारी मेरे द्वारा रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी जा चुकी है। बाद में यात्री गणेश मिश्रा द्वारा हेल्पलाइन नंबर 139 एवं ट्विटर मैसेज किया गया उसके बाद यह दोनों भाई अन्य गाड़ी से सवार होकर किसी प्रकार से वापस सतना पहुंचे जहां पर उन्होंने पुनः स्टेशन मास्टर से संपर्क किया।
वापसी की टिकट भी करना पड़ी कैंसिल
यात्रियों ने बताया कि पुणे वापसी की आरएसी टिकट थी किंतु पुणे जाने की कंफर्म टिकट होने के बाद भी जब परेशानियों का सामना करना पड़ा तो उनके द्वारा वापसी टिकट भी कैंसिल कर दी गई।
ई-टिकट वाले के काट रहे चक्कर
यात्रियों ने जिस ई-टिकट वाले से यात्रा टिकट बुक कराई थी उसका पूरा रिफंड न मिलने के कारण यात्री परेशान हैं उल्लेखनीय है कि इस मामले में जबावदेहो की लापरवाही के कारण यात्रियों को किस प्रकार परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसका उदाहरण उक्त यात्री है जिनके पास कंफर्म टिकट होने के बावजूद भी आरक्षित कोच गायब होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा आखिर कौन है इस लापरवाही का जिम्मेदार …?