किसान संगठनों के द्वारा अधिकारियों पर आरोप लगाने की बात पर कलेक्टर ने कहा.. मैं व्यक्तिगत आरोप सुनने यहां नहीं बैठा हूं.. मैं किसानों की समस्याएं सुनने बैठा हूं…
किसानों की समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक

जबलपुर,यशभारत। कलेक्ट्रेट कार्यालय में महीने के पहले दिन शनिवार को किसानों की समस्या और ग्रामीण क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर बैठक आयोजित हुई। बैठक में किसानों ने वर्तमान कृषि परिदृश्य के बारे में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को बताया और अपनी-अपनी समस्याएं बताइंर्। समस्याओं में सिंचाई संबंधी और कैनाल संबंधी सामने आइंर् हैं जिन पर कलेक्टर ने अधीनस्थ अधिकारियों को निराकरण के उचित दिशा-निर्देश दे दिए हैं। बैठक के बाद कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने बताया कि इस बार बैठक में किसानों ने गेंहू उर्पाजन की प्रशंसा की है। अच्छी बात जिले में यह रही इस बार कि गेंहू उपार्जन का सुचारू रूप से किया गया। इसके साथ ही कलेक्टर ने किसानों से अपील की कि नरवाई जलाने पर वे लगाम कसें। इस दौरान कलेक्टर ने मंडी को विस्थापित करने को लेकर किसानों से जमीन उपलब्ध कराने सुझाव मांगे हैं। जिससे कृषि उपज मंडी को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाए। इससे शहर में लगने वाले जाम से निजात मिलेगा और दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगेगा।
बैठक में कलेक्टर भड़के
किसानों की बैठक में किसान संगठनों ने कुछ अधिकारियों पर व्यक्तिगत आरोप लगाए। जिसके बाद कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन भड़क उठे और उन्होंने किसानों से दो टूक कह दिया कि मैं व्यक्तिगत आरोप सुनने के लिए बैठक में नहीं बैठा हूं। उन्होंने कहा किसान और संगठन जितने मेरे लिए प्रिय हैं, उतने ही अधिकारी मेरे लिए है। कलेक्टर ने कहा बिना प्रमाणपत्र के आरोप लगाना गलत बात है।
बैठक में बिजली विभाग के अधिकारी नहीं पहुंचे
जिले के विभिन्न किसानों ने नहर और बिजली की समस्या को लेकर कलेक्टर के सामने अपनी बात रखी। वहीं बैठक में बिजली विभाग के अधिकारी के नदारद रहने पर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने तत्काल बिजली विभाग के अधिकारी को फोन लगाकर फटकार लगाई और बिजली विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखने की बात कहीं। हालांकि जब कलेक्टर ने बिजली विभाग के अधिकारी को फोन लगाया। तब वह रास्ते में थे, उन्हें बैठक के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी।