NSS-राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर में पहुंचे प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा :OTT कंटेंट को लेकर कहा – हमको अच्छा देखना है तो वो चुनना चाहिए..

ग्वालियर| ग्वालियर के LNIPE में आयोजित NSS-राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर में पहुंचे प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा ने NSS कैडेट्स के साथ अपने पुराने अनुभव साझा किए। इस दौरान आशुतोष राणा ने कहा कि NSS और NCC का बच्चों के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है, हमें अपने बच्चों को इनमें ज्वाइन करना चाहिए।
इन संस्थाओं से जीवन में प्रतिकूल परिस्थितियों को अनुकूल में बनाने का हुनर आता है। आज मेरे लिए आनंद का विषय है, ग्वालियर ऋषि गालव की पुण्य भूमि है। अटल जी अभूतपूर्व प्रधानमंत्री है। मेरा सौभाग्य है, उनकी स्मृति में आयोजित “एक शाम अटल जी के नाम” कार्यक्रम में आया हूं.. अटल जी ऐसे राजनेता रहे जिनकी आत्मा के साहित्यिक रही है, उनका साहित्य और सरस्वती जी से सम्बंध रहा.. ग्वालियर आना मेरे लिए गौरव और आनंद का विषय है ।
वहीं सिनेमा को लेकर आशुतोष राणा ने कहा कि सिनेमा, साहित्य और समाचार लोगों को जोड़ने का भी काम कर सकते और तोड़ने का भी काम कर सकते हैं.. इंसान और जानवर के बीच साहित्य, संगीत और कल का अंतर है.. जानवर सिर्फ अपनी प्रजाति की रक्षा कर सकता है, लेकिन मनुष्य सबका रक्षण-पोषण कर सकता है, संगीत,साहित्य,सिनेमा लोगों को जोड़ने की रासायनिक प्रक्रिया है.. आप अच्छा सिनेमा और साहित्य देखिए और जो अच्छा ना लगे उसे छोड़ दीजिए।
OTT कंटेंट को लेकर अभिनेता आशुतोष राणा ने कहा कि OTT पर अच्छे बुरे सभी तरह के प्रयोग हो रहे हैं..जिसको जैसा पसंद है वह देखता है.. हमको अच्छा देखना है तो वो चुनना चाहिए..दूसरों पर आरोप लगाने की बजाए.. हम देखना बंद करेंगे तो अपने आप.. ऐसे कंटेंट या अश्लील चीज शालीनता में बदल जाएगी.. साउथ की फिल्मों को लेकर कहा… पूरे देश का सिनेमा एक होता है, उत्तर, दक्षिण, पूर्व पश्चिम में भारतीय फिल्में बन रही है, वो सिर्फ अच्छी या बुरे के रूप में स्वीकार या अस्वीकार की जा रही है.. दर्शक क्षेत्रीय आधार पर नही अच्छी-बुरी फिल्मों का भेद करता है।