जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

महापौर जी… घनी बस्तियों से अवैध जानलेवा कारखानों एवं गोदामों को हटाया जाया

जबलपुर, यशभारत। मुस्लिम बाहुल्य घनी बस्ती रिहायशी इलाकों में अवैध गोदाम और कारखानों को हटाने को लेकर क्षेत्रीय लोगों ने महापौर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान क्षेत्रीय लोगों ने महापौर को गोदामों की वजह से शहर में हुई घटित हुई घटनाओं की सिलसिलेवार जानकारी दी।
क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि मुस्लिम बाहुल्य घनी बस्ती रिहायशी इलाकों में अवैध ज्वलनशील गोदाम एवं कारखाने संचालित हो रहे है जिनकी वजह से अग्निकांड हो चुके हैं-
पहली घटना- 9 दिसंबर 2022 को मक्का नगर थाना हनुमानताल,स्तिथ माकिज़्ट के गोदाम एवं कारखाने में आग लगी थी जहां फनीज़्चर,प्लाईवुड और गैस एजेंसी संचालित होती थी जहां सैकड़ों लीटर थिनर और भरे हुये गैस सिलेंडर मौजूद थे जहां तक आग नहीं पहुंच सकी थी क्योंकि स्थानीय जागरूक लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर सिलेंडरों को अलग कर दिया था
दूसरी घटना- 24 जनवरी 2023 को फिर मक्का नगर थाना हनुमानताल में एक रुई, रजाई, गद्दे के गोदाम में आग लगी थी जिसमें कायज़्रत एक महिला और उसकी 5 वषीज़्य मासूम बेटी की मौत हो गयी थी।
कुछ समय के अंदर दो कारखाने एवं गोदामों में आग लगने से महिला एवं मासूम बच्चे की मौत हो गयी
इन घटनाओं से क्षेत्रीय जनता में ख़ौफ़ का माहौल है क्योंकि अभी भी ज्वलनशील पदार्थो के गोदाम और कारखाने संचालित हो रहे हैं
जैसे-
(1)प्लास्टिक के गोदाम,
(2) फनीज़्चर के कारखाने जहां सैकड़ों लीटर थिनर एव फोम सीट भारी मात्रा में रहता है
(3) गैस सिलेंडर के गोदाम
(4) रूई के गोदाम
(5) पन्नी के गोदाम
(6) पुटठे के गोदाम
गर्मीं के मौसम आग लगने का खतरा ज्यादा रहता है।
मध्यप्रदेश नगर पालिक निगम अधिनियम एवं नियम (कारखानों एवं व्यापारों का नियमन) के अनुसार रिहायशी घनी बस्ती में कारखाने एवं गोदाम संचालित करने के लिये अनुमति अनिवार्यं है
महापौर को ज्ञापन दिया गया कि पुन: जानलेवा अग्नि दुर्घंटना होने के पूर्वं रिहायशी इलाकों से अवैध ज्वलनशील कारखानों एवं गोदाम को सील किया जाये और संचालकों पर सख्त कार्यंवाही की जाए। इस मौके पर पार्षद अख्तर अंसारी, आसिफ इकबाल,रिजवान कोटि, हाजी बहार अंसारी,गुड्डू राईन, शेख रमज़ान, हामिद खान, तौफीक चंकी, सिकंदर खान, आज़ाद अंसारी, फि़ज्जु खान, राजू अफज़़ल, अहसान अंसारी, मलिक अंसारी, अदनान,मो.शकील, सलीम बुड्ढ़े, फिरदौस अंसारी, अहसान, अमानत अंसारी, फरीद अंसारी, एम.एम.खान जानी एडवोकेट आदि मौजूद थे।

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