विकसित मध्यप्रदेश गढ़ने में जुटे मोहन यादव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित राष्ट्र की परिकल्पना को साकार कर रहे मुख्यमंत्री


भोपाल, यशभारत। विजन मोदी को मध्यप्रदेश में सार्थक करते हुए डॉ मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के एक साल पूरे हो गए । इन 365 दिनों में मुख्यमंत्री डॉ यादव विकसित मध्यप्रदेश के सपने को साकर करने में जुटे हैं। वे हर वक्त सूबे के लोगों की बेहतरी में लगे हैं। उनका कहना है कि जनता ने भाजपा को जिताकर जो भरोसा जताया उसे वे कायम रखते हुए राज्य को आदर्श बनाने मेें कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जैसा हमारा नेतृत्व मागदर्शन करता है, हम निर्णय करते हैं। पद किसी को देने की जल्दी नहीं कर रहे। हमारे पास ही वन विभाग रहेगा। अगर कोई फैसला लेंगे तो पता चल जाएगा। हमारी सारी जनकल्याणकारी योजनाओं खासकर बहनों की योजनाओं को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। देश में महिलाओं को सबसे ज्यादा 35 प्रतिशत आरक्षण मप्र में दे रहे हैं। हम 26 लाख लाडली बहनों को 450 रुपए गैस रिफलिंग के लिए दे रहे हैं। 1 करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनों को अब तक 19212 करोड़ रुपए राशि का अंतरण किया है। सरकार अपने आय के साधन बढ़ाती जा रही। अपने पैरों पर अपनी वित्तीय व्यवस्थाओं को खड़ा करने के लिए जब आप आय बढ़ाएंगे तो स्वत: ही इन सारी व्यवस्थाओं को संचालित करने लिए आप सक्षम हो जाते हैं। स्वाभाविक रूप से हमने इस दिशा में काम किया है। मुख्यमंत्री बोले- हम कर्म करके फल की इच्छा नहीं रखते। रोजगारपरक व्यवस्था से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हमेशा आग्रह रहता है। नवाचार और सुशासन होना चाहिए। इस व्यवस्था में कोई समझौता नहीं करना है। मैं भी उसी लाइन पर चलता हूं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि किसी भी देश को आगे बढ़ाने के लिए उसके उपलब्ध संसाधनों का बेहतर से बेहतर उपयोग होना चाहिए। ऐसे में उन्होंने नदी जोड़ो की कल्पना की थी। नदी जोड़ो के माध्यम से उनका अपना विराट दर्शन था। सच मानो तो उस समय कई लोगों को लगा था कि क्या यह संभव है ? यह तो प्रकृति जन्य है यह कैसे हो सकता है? लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी ने जब हमारी दूसरी बैठक ली तो उन्होंने कहा कि यह बहुत उम्दा आइडिया है इस पर आगे बढ़ना चाहिए। ये मुद्दे बिना बात के राज्यों के अंदर कतिपय कारणों से उलझते हैं। मैंने उनकी बात को समझते हुए सोचा कि इसमें उलझन और अड़चन क्या है?
हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा नदी जोड़ो अभियान आरंभ करने का काम किया है। केन-बेतवा परियोजना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी के समय में यह प्रोजेक्ट हाथ में लिया गया था। लेकिन फॉरेस्ट और कुछ-कुछ विभागों में तालमेल की कमी ये मामला अटक रहा था। हमने इसको गंभीरता से आगे लिया। पार्वती-कालीसिंध-चंबल प्रोजेक्ट और केन-बेतवा नदी परियोजना में पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम दो राज्यों से एमओयू करके आगे बढ़ रहे। 17 हजार करोड़ पीएम ने दिए हैं। मप्र विश्व की पहली राज्य इकाई होगी, जो नदी जोड़ो परियोजना को पूरा करेगी।
अटल जी के जन्मदिन पर केन-बेतवा का भूमिपूजन
25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी जी ने इस कार्यक्रम में आने की सूचना दी है। दोपहर 1:00 छतरपुर जिले में इस योजना का भूमि पूजन किया जाएगा।इससे बुंदेलखंड और चंबल अंचल में व्यापक परिवर्तन आएगा। खेती तो समृद्ध होगी ही, उद्योग-धंधों का विकास भी होगा। रोजगार के अवसर सृजित होंगे। केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना प्रदेश के लिए ऐतिहासिक निर्णय है।
उन्होंने कहा कि इंदौर मॉडल सब जगह लागू होना चाहिए। पूरे प्रदेश को इंदौर बनाना चाहता हूं। इंदौर स्वच्छता में ही नहीं सुव्यवस्था, व्यापार, व्यवसाय सबमें आगे हैं।इंदौर को विकास सहित हर मामले में दिल्ली से आगे ले जाना चाहता हूं।
हम लगातार रोजगार के अवसर जुटा रहे हैं। ग्लोबल मीट के माध्यम से देश और विदेश के निवेशकों का आमंत्रित कर रहे हैं। उज्जैन व सागर के समिट में हम पिछले समिट का भूमिपूजन और लोकार्पण भी कर रहे हैं। हम तो अलॉटमेंट लेटर दे रहे हैं। संभाग स्तर पर समिट जनवरी में पूरी होगी। फरवरी में भोपाल में ग्लोबल समिट करेंगे। इसमें सभी प्रकार के उद्योगों को बढ़ावा दे रहे। युवाओं के लिए हम समान रूप से सभी क्षेत्र में काम कर रहे हैं। युवा जो इंजीनियरिंग, उच्च शिक्षा में दक्ष हैं, उसे आइटी से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सहित अन्य क्षेत्रों से जोड़ रहे हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में चार लाख करोड़ के निवेश के साथ तीन लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। कृषि, डेयरी के कोर्स को कॉलेज में पढ़ाया जा रहा है। पीएम एक्सीलेंस कॉलेजों में शिक्षा की बेहतर व्यवस्था की गई है।
हमने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग को एक किया है । योजना बंद नहीं की। बजट दोगुना करने की दिशा में बढ़ रहे हैं। 29 मेडिकल कॉलेज बनना थे, 30 प्रारंभ हो गए। एक वर्ष में 50 कर देंगे। जो सोचा है उस दिशा में चल रहे हैं।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में 33 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है। 1.29 लाख बहनों के खातों में राशि दी जा रही है। महिला उद्यमियों को 275 करोड़ की राशि दी गई है। जनवरी तक सभी संभागों में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो जाएगा। 24फरवरी 2025 में ग्लोबल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होगा प्रधानमंत्री मोदी इसका शुभारंभ करेंगे।
भगवान राम और कृष्ण के पथ पर काम
मुख्यमंत्री ने कहा, हम भगवान राम और भगवान कृष्ण के पाथेय पथ के लिए भी काम कर रहे हैं। शपथ लेते ही स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग को एक किया गया। 2005 के पहले पांच मेडिकल कॉलेज थे, हमारी सरकार ने मेडिकल कॉलेजों को संख्या बढ़ाई और अब एक साल में 51 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे।
चार करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने वाला राज्य बना एमपी
सीएम ने कहा- मध्य प्रदेश चार करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाने वाला राज्य बना है। 70 वर्ष के वृद्धों को आयुष्मान से नु:शिल्क उपचार का लाभ दिया जा रहा है। कृषि के साथ पशुपालन पर हमारा फोकस है। इससे किसानों की आय बढेगी। दूध उत्पादन को बढ़ाएंगे। जो 10 से अधिक गौ माता को पालेगा उसको भी अनुदान दिया जाएगा।
हाथियों के प्रबंधन का कार्य करेंगे
रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से देश की एक मात्र राजधानी होगी जो टाइगर रिजर्व के सबसे नजदीक होगी। हाथियों के बसने से चुनौतियां आई है इसलिए हाथियों के प्रबंधन का कार्य करेंगे। सीएम ने कहा- मैं स्वयं कांजीरंगा टाइगर रिजर्व जाऊंगा। रिजर्व पार्क के आसपास रेस्क्यू सेंटर बनाएंगे।
जिलों और संभागों की सीमाएं बदलेंगे
22 हजार से अधिक थानों की सीमाएं बदली है। जिलों व संभागों की सीमाएं भी बदलेंगे। सिंहस्थ के लिए प्रयागराज की तैयारियों को देखने मध्य प्रदेश का दल जाएगा। मध्य प्रदेश में रेलवे का काम करने के लिए अलग से एक ओएसडी नियुक्त करेंगे। मध्य प्रदेश में रेल यातायात को बढ़ाएंगे। 40 दिन की योजना के तहत 76 योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। पत्र हित ग्राहियों को योजना से जोड़ा जाएगा। आपकी सरकार आपके द्वार अभियान चलाएंगे।