मेडिकल सुपर स्पेशलिटी एक्सपायर केमिकल मामलाः 4 सदस्यीय कमेटी का अस्पताल में धावा, शुरू की जांच, लिए गए बयान
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक्सपायरी केमिकल मामाले ने तूल पकड़ लिया है। विधानसभा में मुद्दा उठने के बाद 4 सदस्यीय कमेटी ने शनिवार को अस्पताल पहुंचकर जांच शुरू की। जांच कमेटी ने सुपर स्पेशलिटी स्टाफ सहित तमाम उन अधिकारियों के बयान लिए जो इस मामले में आरोपी थे। 4 सदस्यीय कमेटी को पूरे प्रकरण की जांच 1 माह में पूरी करना है।
विदित हो कि मेडिकल कॉलेज जबलपुर के अधीन सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल के द्वारा मरीजों के उपचार मे एक्सपायर्ड केमिकल और डिस्टिल्ड वाटर के उपयोग होने का गंभीर मामला प्रकाश मे आया था। जिसका तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रदेश सरकार मे पूर्व वित्त मंत्री एवं जबलपुर पश्चिम से विधायक तरुण भनोत के द्वारा प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा को इस मामले मे लिखित शिकायत कर मामले मे निष्पक्ष जांच का आग्रह किया था।
4 सदस्यीय कमेटी में ये शामिल
4 सदस्यीय कमेटी ने शनिवार को अस्पताल पहंुचकर संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों के बयान लिए साथ ही पूरे मामले के रिकार्ड जप्त किए गए। बताया जा रहा है कि विधानसभा में मुद्दा उठने के बाद जांच कमेटी गठित की गई जिसमें अंजनी कुमार संचालक वित्त, डाॅक्टर आसिफ खान प्रदर्शक पीएसएम विभाग गांधी चिकित्सालय भोपाल, खेमचंद्र अहिरवार और प्रदीप संगोतिया को जांच कमेटी में शामिल किया गया है।
कर्मचारियों पर बनाया जाता है दबाव
मध्यप्रदेश शासन की मंशा है कि प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य के लिए दर-दर भटकना न पड़े. जिसके प्रदेश सरकार तरह-तरह की योजनाएं चला रही है. जिससे मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें. शासन की इस मंशा को वहां पर पदस्थ अधिकारी पलीता लगाने में जुटे हुए हैं. मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में मशीनों में उपयोग की जाने वाली दवाइयां एक्सपायरी डेट की इस्तेमाल की जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस्तेमाल करने वाले कर्मचारी वह खुद अपनी स्वेच्छा से इन दवाइयों को इस्तेमाल नहीं करते. इसके लिए अस्पताल में उच्च पदस्थ अधिकारी ही कर्मचारियों पर दबाव बनाकर जबरदस्ती उन्हें इस्तेमाल करवा रहे थे।
कमाई के लिए किया जा रहा है गोरखधंधा
मेडिकल सुपर स्पेशियलिटी में विभाग के कुछ जिम्मेदार डॉक्टर इस गोरखधंधे को कमाई के चक्कर मे अंजाम दे रहे हैं. जानकर हैरानी होगी इस का विरोध करने वाले स्टाफ को बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी जाती है. कर्मचारियों को ऐसा करने के लिए टॉर्चर किया जा रहा है. कर्मचारियों ने बताया कि बायपास सर्जरी के दौरान ईटीओ मशीन में कॉटिज गैस उपयोग होता है. वह एक साल पुराना या उससे भी अधिक पुराना यूज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सुपर स्पेशियलिटी के जिम्मेदार अधिकारियों के इशारों में कीटाणु मारने के लिए उपयोग किया जाना वाला केमिकल भी एक्सपायरी यूज किया जा रहा है।
यशभारत ने प्रमुखता से उठाया था मामला
मेडिकल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में एक्सायरी डेट का केमिकल इस्तेमाल किए जाने का मामला यशभारत ने प्रमुखता से उठाया था। यशभारत ने केमिकल घोटाला उजागर मेडिकल अस्पताल में चल रहे गोरखधंधा सबके सामने लाया था।