मप्र आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी में खुलेंगे मेडिकल के नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज
उपमुख्यमंत्री को डीन और कुलपति सौंपा प्रस्ताव, अनके मुद्दों पर हुई चर्चा
जबलपुर, यशभारत। नेताजी सुभाषचंद्र बोस कॉलेज में संचालित होने वाले नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज अब मप्र आयुर्विज्ञान यूनिवर्सिटी परिसर में संचालित होंगे इसके लिए एक प्रस्ताव साइंस यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर अशोक खण्डेलवाल,डीन डॉक्टर गीता गुईन ने उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को कार्यसमिति बैठक के दौरान सौंपा। सबसे खास बात ये है कि दोनों कॉलेज का निर्माण साइंस यूनिवर्सिटी अपने फंड से कराएगा इसके बाबजूद राशि की जरूत पड़ेगी तो सरकार इसमें मदद करेगी।
27 करोड़ यूनिवर्सिटी के खजाने में
बताया जा रहा है कि साइंस यूनिवर्सिटी के खजाने में 27 करोड़ है संभवतः इस राशि से दोनों कॉलेज तैयार हो जाएंगे इसके बाद भी पैसा लगा तो उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने आश्वासन दिया है कि इसके लिए सरकार से राशि दिलाई जाएगी।
नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य पदों पर होगी भर्ती
मेडिकल कॉलेज में हुई कार्यसमिति की बैठक में निर्णय लिया गया है कि कॉलेज, अस्पताल और सुपरस्पेशलिटी में खाली पदों पर जल्द ही सरकार के द्वारा भर्ती की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य खाली पदों पर कर्मियों की नियुक्ति आवश्यक है, पद भरने से मेडिकल जबलपुर की चिकित्सा सहित कॉलेज की व्यवस्था पर पटरी पर आएगी। बैठक में सुपरस्पेशलिटी डायरेक्टर डाक्टर अवधेश कुशवाहा ने भी कहा कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं पटरी से उतर चुकी है क्योंकि पर्याप्त स्टाफ नहीं है अगर स्टाफ मिले तो व्यवस्थाएं ठीक हो। श्री कुशवाहा ने कहा कि नर्सिंग कॉलेज मेडिकल में भी उनके यहां का स्टाफ सेवाएं दे रहा है जिसकी वजह से सुपरस्पेशलिटी की व्यवस्थाएं प्रभावित हो रही है।
कॉरीडोर बनाने का प्रस्ताव दिया गया
कार्यसमिति की बैठक में अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री को प्रस्ताव दिया जिसमें बताया गया कि बरसात के समय मरीज को मेडिकल पुरानी बिल्डिंग से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल पहंुचाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता अगर एक कॉरीडोर का निर्माण हो जाएगा तो निश्चित तौर मरीज को इसका लाभ मिलेगा। उपमुख्यमंत्री ने इस प्रस्ताव पर विचार करने का आश्वासन दिया।
मेडिकल कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन
मेडिकल कर्मचारियों ने उपमुख्यमंत्री के आगमन पर ज्ञापन सौंपा जिसमें मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र तिवारी ने बताया किकर्मचारियों की लतिब मोंगों पर प्रशासन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संघ ने पूर्व में भी अनेकों बार पत्राचार के माध्यम से एवं व्यक्तिगत रूप एवं ज्ञापन के माध्यम शासन का ध्यानाकर्षण करने की कोशिश की परन्तु आज दिनाक तक कर्मचारियों की जॉयज मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई है। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि . स्वशासी के अन्तर्गत कार्यरत कर्मचारियों को अधिष्ठाता द्वारा अभी तक समयमान वेतनमान स्वीकृत नहीं किया गया है। समयमान वेतनमान स्वीकृत करने हेतु अधिष्ठाता को अतिशीघ्र निर्देशित करने का कष्ट करें ताकि कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ शीघ्र मिल सके ।. दिवगंत कर्मचारियों के परिवार को समय रहते अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जायें. वरिष्ठता के आधार पर आशीष लाल, लेखापाल को ओ.एस. के पद पदोन्नत किया जायें । सेवा निवृत्त कर्मचारियों के पेंशन प्रकरणों का निपटारा शीघ्र किया जाये । संस्था में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिये नेय शासकीय आवास गृहों का निर्माण किया जाये ।