जबलपुर के दिल कहलाने वाले विजय नगर में स्वच्छता का अभाव: कूड़े से पट गया हाट बाजार, चारों तरफ फैली हुई गंदगी

जबलपुर। शहर के विजयनगर स्थित हाट बाजार की स्थापना करीब बीस साल पहले यानी सन् 2004- 05 में जबलपुर विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया। जेडीए ने दो करोड़ खर्च कर हाट बाजार बनाया था। जबलपुर हाट बाजार के अंदर करीब तीन सौ दुकानें हैं। यहां पर तहसील कार्यालय भी है। हाट बाजार में रजिस्ट्री के आफिस भी है और सर्विस प्रोवाइडर भी खुले हुए हैं। जेडीए द्वारा बनाए इस हाट बाजार में दुकानों के चारों तरफ कचरे का ढेर लगा है। यहां पर अपना व्यवसाय कर रहे लोगो का कहना है कि इस जगह पर डोर टू डोर कचरा इकट्ठा करने वाली गाड़ीयां नहीं आती। इससे दुकानों के किनारे पर कचरे का ढेर जमा हुआ है। हालत यह है कि यहां कचरा गाड़ी नियमित रूप से नहीं आती। इससे कचरा बढ़ता जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले हुई बारिश होने से दुर्गंध आने लगी है।

जेडीए के वादे – दावे की खुली पोल
जबलपुर इलाके के विजयनगर के हाट बाजार की स्थिति यह है आज हाट बाजार कचरे में तब्दील हो चुका है। जेडीए करोड़ों रुपए खर्च करके बनाया गया हाट बाजार की आज की स्थिति में बदतर हो चुकी है।
रहता है असामाजिक तत्वों का डेरा
शाम के समय 6 बजे के बाद अधिकारी अपने घर आफिस बंद करके चले जाते हैं। तब शाम को यहां शराबखोरी और नशेड़ी अपना अड्डा बना लेते हैं। असामाजिक तत्वों का डेरा जम जाता है। ये लोग खाली बोतल और पाउच खाने पीने वाले खाली पेकटों को फेंक जाते हैं।
जिला प्रशासन ने यहां पर एसडीएम कार्यालय भी खोला हुआ है। यहां पर तहसील कार्यालय में लोगों की भीड़ लगी रहती है। रजिस्ट्री कार्यालय से लेकर दुकान व्यापारी एवं सर्विस प्रोवाइडर भी हाट बाजार में तमाम लोगों की भीड़ रहती है। यहां छोटे दुकानदारों ने बताया कि यहां पर हर तरफ गंदगी फैली है। जबलपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने तमाम दावे किए गए लेकिन हालात जस के तहत है।