खितौला बैंक डकैती क्या सचमुच गुत्थी सुलझ गई है या इंद्राना के बाद उलझ गई है…….????.. इंद्राना में ठिकाना, नुनसर से दो हिरासत में – सुराग पक्के या गुत्थी और उलझी?..
पुलिस के हाथ अहम सबूत, बाइक और आरोपी अब भी लापता – बैंक कर्मचारियों पर भी उठे सवाल

जबलपुर यशभारत। सोमवार की सुबह सिहोरा के खितौला तिराहा के समीप स्थित इसाफ स्माल फाइनेंस बैंक में हुई करोड़ो की डकैती की सनसनीखेज वारदात को लेकर एक तरफ जहां पुलिस की टीमें एक्टिव मोड पर हैं तो दूसरी तरफ घटना के बाद पुलिस की जांच पड़ताल के बाद चर्चाओं का बाजार भी सरगर्म है। सूत्रों के अनुसार पुलिस की पड़ताल में घटनास्थल से लेकर इंद्राना तक पुलिस को आरोपियों के संबंध में न केवल पुख्ता सुराग मिल गए। वहीं पुलिस उस मकान तक भी पहुंच गई जिसे डकैतों ने अपना ठिकाना बना रखा था। पुलिस ने यहां से एक बाइक जप्त की है और मकान मालिक सहित दो युवकों को हिरासत में लेकर उन्हें गुप्त स्थान पर ले जाकर पूछताछ भी की जा रही है। पुलिस को इंद्राना से कई पुख्ता सबूत भी मिले हैं जिस मकान में डकैत रुके थे ठीक उस घर की कुछ दूरी के पास स्थित एक सीसीटीवी कैमरे में आरोपी घर से निकलते भी दिख रहे हैं इस सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी अपने साथ ले गए हैं। जैसे ही पुलिस को इंद्राना की लोकेशन मिली थी पुलिस ने बगैर हीला हवाली किये वरिष्ठ अधिकारियों की टीम ने इंद्राना में डेरा डाल दिया था। वैसे तो इंद्राना में पुलिस की सक्रियता घटना के बाद से ही बढ़ गई थी लेकिन मंगलवार और बुधवार की सुबह तक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी यहीं रहे जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली मैं जिस तरह की शिथिलता देखी जा रही है उसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी व्याप्त है और चर्चाओं में यह बात निकाल कर सामने आ रही है कि या तो पुलिस ने पूरी गुत्थी उलझा ली है और सिर्फ खुलासा किया जाना बाकी है या फिर इंद्राना के बाद गुत्थी उलझ गई है। आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर निकल चुके हैं। हालांकि पुलिस के द्वारा अभी भी किसी तरह की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है और पड़ताल का पूरा कार्य वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में चल रहा है। सूत्रों से जो जानकारी निकाल कर सामने आ रही हैं उन्हीं के आधार पर जानकारियां हाथ लग पा रही हैं।
10 12 दिन पहले किराए पर लिया था मकान
इंद्राना के जिस मकान को आरोपियों ने अपना ठिकाना बनाया था उसे 10 12 दिन पहले ही किराए पर लिया गया था और वह भी फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर पुलिस इस मामले में अब मकान मालिक के साथ ही उसे युवक को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है जिसने मकान किराए पर दिलाया था। हालांकि स्थानीय लोगों की माने तो मकान मालिक काफी सीधा-साधा व्यक्ति है और उसका कोई आपराधिक रिकार्ड भी नहीं है इसी तरह जिसने मकान किराए पर दिलाया उसका भी कोई अपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है बस उनकी गलती सिर्फ इतनी है कि एक ने मकान दिलवाया और दूसरे ने किराए पर दे दिया। मकान कि जिस तरह की स्थिति है उससे नहीं लगता कि आरोपी यहां ज्यादा दिनों तक रुकने वाले थे उनका इरादा तो सिर्फ ठिकाना बनाने का था सिर्फ एक हाल में एक बाइक के अलावा और कोई ऐसा सामान नहीं मिला है जिससे यह पता चल सके की आरोपियों ने बहुत समय यहां गुजारा होगा। हाला की सीसीटीवी कैमरे के बाद बुटीक से साफ हो गया है कि घटना को अंजाब देने के बाद आरोपी यहां आए थे और कुछ समय रुकने के बाद यहां से रफू चक्कर हो गए। ठिकाने सै बाहर निकलते तीन लोग कैमरे में कैद हुए हैं लेकिन आगे जाकर वह किस तरफ गए इसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही है। सूत्रों की मांने तो शराब दुकान के बाजू से निकलकर तीन लोग बाईक से मुख्य मार्ग पर आये और फिर वहां थोड़ा आगे जाकर उनके कल्लू घाटी के किनारे वाले रास्ते से उनके भागने की ज्यादा संभावना है। यहां से कई रास्ते खुलते हैं जो कटंगी होकर जबलपुर सागर मार्ग से मिल जाता है। इसके अलावा दूसरी जंगली रास्ते भी हैं जिनके सहारे ये लोग कहीं और भी भाग सकते हैं।
तीन बाइक 6 आरोपी दिख रहे तीन बाइक जप्त हुई एक
घटना की बाद से ही एक बात लगातार सामने आ रही थी कि घटना को अंजाम देते समय कुल पांच लोग थे लेकिन जब पुलिस ने पड़ताल प्रारंभ की तो बैंक में पांच आरोपियों के घुसने की तो जानकारी सही है और यह पांच लोग दो बाइक में आए थे लेकिन घटना को अंजाम देने के बाद रास्ते में एक बाइक सवार और मिला तथा तीन गाड़ी में दो-दो लोग हो गए इस तरह यह बात साफ होती है कि आरोपियों की संख्या 5 नहीं 6 थी। इसके अलावा एक बाइक जप्त हो गई है एक में आरोपी भागे हैं तो बाकी तीन आरोपी और एक बाईक कहां है इसके संबंध में अब तक कोई जानकारी नहीं लग पाई है।
बैंक कर्मीयों की मिलीभगत के भी संकेत
आरोपियों ने जिस आसानी से पूरी घटना को अंजाम दिया और भागने में सफल हुए उससे यह संकेत भी मिलते हैं कि कहीं ना कहीं किसी बैंक कर्मी की आरोपियों से मिली भगत भी है। जहां तक आरोपियों के हथियार बंद होने की बात की जा रही है तो अभी तक किसी भी वीडियो में आरोपी हथियार के साथ नजर नहीं आए हैं। बड़े आराम से वह बैंक कर्मियों वे आसानी से ले जाकर बाथरूम मै बंद कर देते है और वे आसानी से आरोपियों के इशारे पर चले जाते वह सवाल तोपैदा करता ही है। घटना की बाद एक महिला बैंक कर्मी के साथ एक अन्य कर्मी भी बाहर मौजूद था लेकिन आरोपियों के भागने के बाद उन्होंने कोई शोर शराबा नहीं मचाया और पुलिस को भी घटना की जानकारी पैंतालीस मिनट बाद जब तक तो आरोपी दूर निकल चुके थे।
कहीं कटनी की तरह और ठिकाने भी तो नहीं बना रखे थे। क्योंकि कुछ साल पहले ठीक इसी तरह की घटना कटनी की एक गोल्ड बैंक में भी सामने आई थी और उसमें आरोपी बिहार के थे और इन लोगों ने बघराजी स्लीमनाबाद और गांधीगंज कटनी में मकान ले रखे थे। आरोपी तो पकड़ गए थे बाद में लेकिन माल आज तक बरामद नहीं हुआ। क्या खितौला की घटना में भी कुछ ऐसा ही होने वाला है इसको लेकर भी चर्चाएं व्याप्त हैं।
नुनसर से भी पुलिस ने उठाए हैं दो लोग
सूत्रों से जो नई जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके अनुसार पुलिस की टीम ने इंद्राना के साथ ही पाटन रोड के नुनसर से भी इस मामले मै दो लोगों को उठाया है हालांकि अभी यह जानकारी स्पष्ट नहीं हो पाई है कि यह लोग कौन है और उनकी घटना में क्या भूमिका है। पुलिस के कुछ लोग बुधवार को नुनसर पहुंचे थे और यहां से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पहली बार देखी इतनी अधिक पुलिस
जिले की खितौला के इसाफ बैंक में हुई दिनदहाड़े लूट के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। ग्रामीणों ने बताया कि इंद्राना ग्राम में पहली बार इतनी अधिक पुलिस देखने को मिली है जिससे पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। बता दे की आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद कच्चे रास्ते से होते हुए इंद्राना ग्राम पहुंचे थे। जैसे ही ग्रामीणों को इस घटना की जानकारी लगी तो आरोपियों के ठिकाने एवं पुलिस चौकी के आसपास काफी भीड़ जमा हो गई ग्रामीण एक दूसरे से यही चर्चा करते पाए गए इतनी बड़ी डकैती पहली बार सुनी है। उल्लेखनीय है कि इंद्राना ग्राम तीन थानों के बीच में स्थित है जिसमें कटंगी मझौली एवं पनागर थानों का सेंटर पॉइंट है।
इन रास्तों से गुजरे थे डकैत
खितौला इसाफ बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद पांचो डकैत बाइक में सवार होकर घटनास्थल से 3 किलोमीटर दूर टोल नाका के पहले कुछ देर के लिए रुके थे जहां से वह सभी कच्चे रास्ते के गांव गढ़चपा मुरेठ ढिरहा उमरिया लमकना होते हुए इंद्राना ग्राम पहुंचे थे।
इंद्राना में मिला ठिकाना
आरोपियों ने 10–12 दिन पहले फर्जी आईडी से मकान किराए पर लिया।
पुलिस ने यहां से एक बाइक बरामद की।
मकान मालिक और मकान दिलाने वाला युवक हिरासत में।
सीसीटीवी से मिला सुराग
मकान के पास कैमरे में तीन आरोपी बाहर निकलते कैद।
शक कि आरोपी कल्लू घाटी मार्ग से कटंगी/सागर रोड की ओर भागे।
पांच से छह हुए आरोपी
बैंक में घुसे थे पांच, दो बाइकों पर।
भागते वक्त एक और बाइक सवार से मिले, तीन बाइकों में बंटकर फरार।
“बैंक कर्मचारियों की भूमिका पर शक”
वीडियो में हथियार नहीं, फिर भी स्टाफ ने बिना विरोध खुद को बाथरूम में बंद कराया।
बाहर मौजूद कर्मचारी चुप रहे।
पुलिस को सूचना 45 मिनट बाद – आरोपियों को भागने का पर्याप्त समय मिला।
वारदात: सोमवार सुबह, खितौला तिराहा
लूट: करोड़ों रुपये – संभावित आरोपी: 6 – बरामदगी: 1 बाइक, सीसीटीवी फुटेज – हिरासत: इंद्राना से 2, नुनसर से 2 – चुनौती: तीसरी बाइक और 6 आरोपी फरार
मौके से यश भारत की टीम की रिपोर्ट







