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जबलपुरमध्य प्रदेशराज्य

मुरुम के नाम पर कहीं लेटराइट कि तो नहीं हो रही खुदाई

Is laterite being excavated in the name of Murum?

मुरुम के नाम पर कहीं लेटराइट कि तो नहीं हो रही खुदाई

जबलपुर यश भारत। गोसलपुर थाने में माइनिंग विभाग द्वारा एक हाईवा को जप्त करके गोसलपुर थाने में खड़ा करवाया गया है। इसके बारे में कहा जा रहा है कि उक्त हाईवा में मुरुम के नाम पर लेटराइट का परिवहन हो रहा था। जिसे देव नगर की मुरुम खदान से निकलकर किसी अन्य खनिज की खदान में डंप करने ले जाया जा रहा था। जहां से उसे प्रोसोसिग प्लांट में खनिज की रॉयल्टी बनाकर बेचने की तैयारी थी। उक्त मामले में चार दिन का समय बीत जाने के बाद भी यह निश्चित नहीं हो पा रहा है कि उक्त हाईवा में क्या लोड है, लेकिन जहां से मुक्त मुरुम की खुदाई बताई जा रही है वह पूरा का पूरा मेजर मिनरल का क्षेत्र है। जहां से प्रचुर मात्रा में लेटराइट आयरन और मैग्नीशियम का खनन होता है ऐसे में उक्त मुरुम के नाम पर कहानी महंगे खनिज की चोरी तो नहीं चल रही है।
्रतीन खसरों में मुरुम बाकी में खनिज
यश भारत को मिली जानकारी के अनुसार उक्त मुरुम जिस खदान से निकली गई है वह देवनगर के खसरा नंबर 574, 575 और 576 की खदान से निकली गई है । जो कि पुष्पराज सिंह बघेल के नाम से मुरुम के लिए स्वीकृत की गई है। जबकि इस खदान के चारों तरफ मेजर मिलरन की खदान है। जिसमें लेटराइट, आयरन और मैंगनीज निकाला जाता है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि इन खदानों से कही मुरुम की जगह आयरन तो नहीं निकल रहा है। इस पूरे मामले में रात में खुदाई और डंपिंग की जानकारी भी सामने आ रही है। अब इसमें देखना होगा कि मानिंग के अधिकारी किस स्तर पर जांच करते हैं। हालांकि चार दिनों में यह तय नहीं हो पाया है कि इस हाइवा में मुरुम है या लेटराइट है। जबकि खनिज के जानकार देखकर ही बता देते हैं की यह कौन मिलरन है।
अधिकारी दे रहे गोलमोल जवाब
इस पूरे मामले में खनिज विभाग के अधिकारी गोलमोल जवाब दे रहे हैं जिस्म भी कुछ भी खुलकर नहीं बता रहे हैं हालांकि अनुमति को लेकर भी उक्त खदान में कुछ भी सामने आए हैं लेकिन अधिकारी इस मामले में आधिकारिक तौर पर कुछ भी पुष्टि नहीं कर रहे वही कुछ ऐसे पत्राचार भी है। जिससे उक्त खदान में लेटराइट होने की आशंका बढ़ गई है लेकिन उन्हें विभाग के द्वारा दबाया जा रहा है।
बारीकी से होगी जांच
उक्त मामले को लेकर यश भारत द्वारा कलेक्टर दीपक सक्सेना से बात की गई इसके विषय में उन्होंने बताया है कि उनके संज्ञान में यह विषय आया है। जिसको लेकर बारीकी से जांच करवाई जाएगी और पूर्व में कुछ आवेदनों की भी बात सामने आ रही है ।इसके बारे में जांच कराई जाएगी और फिर उसके बाद उचित कार्रवाई होगी। हालांकि पूरे मामले में पुलिस खनिज विभाग की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिससे स्पष्ट होगा कि उक्त हाईवा में क्या लोड हैं।
देव नगर की खदान का मामला मेरी संज्ञान में आया है। जिसकी खनिज विभाग के साथ-साथ अन्य स्तर पर भी बारीकी से जांच करवाई जाएगी। यदि इसमें कुछ भी गलत पाया जाता है तो तत्काल लीज निरस्त होगी। साथ ही साथ मुरुम के अलावा और कोई खनिज पाए जाने पर रिकवरी की भी कार्यवाही होगी।
दीपक सक्सेना कलेक्टर जबलपुर
गोसलपुर थाने में हाईवा में रखे हुए मटेरियल का सेंपल लिया गया है। जिसे टेस्ट के लिए लैब भेजा जा रहा है। जिसकी कैमिकल टैस्टिंग होगी। उसके बाद ही पता चल पाएगा कि वह मुरम है या कोई अन्य खनिज।
रत्नेश दीक्षित ,खनिज अधिकारी जबलपुर।

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