बड़ेरिया ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में अंतराष्ट्रीय काॅफ्रेंस उद्घाटितः आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आवश्यकता हर क्षेत्र में अनिवार्य

जबलपुर, यशभारत। भविष्य में कम्प्यूटेशनल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की आवश्यकता हर क्षेत्र में अनिवार्य हो जाएगी। उपरोक्त सम्प्रेषण मुख्य अतिथि डॉ. एस. के. मोहंती, प्रोफेसर, सी.एस.ई. विभाग, आईआईआईटीडीएम, जबलपुर ने बडेरिया ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में तकनीकी रूप से प्रायोजित इंटरनेशनल काॅन्फ्रेस के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. निहारिका यादव (प्रमुख एच.आर.), डॉ राजीव खत्री (प्राचार्य), डॉ. एस. के. मोहंती (मुख्य अतिथि) एव डॉ. पी. मोहन (सी.एच.आर.ओ.) के गरिमामय उपस्थिति में सरस्वती वंदना एवं दीपक प्रज्ज्वलन से हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ राजीव खत्री ने अपने उदबोधन में सबका स्वागत किया। कान्फ्रेंस मुख्य संयोजक प्रोफेसर सौरभ शर्मा ने कान्फ्रेस की विस्तृत रूपरेखा पर प्रकाश डाला। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि भारतीय शोधकर्ता एवं अभियंताओं ने अभियांत्रिकी के इस नवीनतम क्षेत्र में भी अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर अपना एवं देश का नाम गौरवान्वित किया है। संस्था के अध्यक्ष सौरभ बडेरिया ने इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग को बधाई दी और शोधकर्ताओं को इस क्षेत्र में नवीनतम आधारभूत सुविधाएं देने हेतु आश्वस्त किया। आज हुई विषिष्ठ व्याख्यान माला में डॉ. एस. के. मोहंती ने पर्यवेक्षण रहित शिक्षण और ग्राफ क्लस्टरिंग विषय पर एवं डॉ अदिति शर्मा एवं डॉ. संजय गौर ने कम्प्यूटर इंटेलीजेंस एवं मशीन लर्निंग विषय पर विशिष्ट व्याख्यान दिये। साथ ही विभिन्न तकनीकी सत्रों में लगभग 50 शोधकर्ताओं ने मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इमेज प्रोसेसिंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, डेटा साइंस, डेटा एनालिटिक्स आदि विषयों पर अपने शोधपत्र प्रस्तुत किये। प्रोफेसर सौरभ शर्मा ने बताया कि कल डॉ. वोराकामोल विसेट्सरी, एसोसिएट प्रोफेसर, मोंगकुट विश्वविद्यालय, थाईलैंड और डॉ. थिट्टापोर्न गनोक्राताना, किंग मोंगकुट प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, थोनबुरी, थाईलैंड, वर्चुअल मोड में उपयुक्त विषय पर व्याख्यान देंगें।
कार्यक्रम का संचालन प्रो। मल्लिका द्विवेदी, प्रो नेहा ठाकरे और प्रो जया चैबे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ राजीव खत्री (प्राचार्य), डॉ. निहारिका यादव (प्रमुख एच.आर.), डॉ, नितेश दुबे (उप निदेशक), प्रो पूर्णानंद दुबे (रजिस्ट्रार), डॉ. ममता समल (संयोजक), प्रो सौरभ शर्मा (मुख्य संयोजक) और (विभागाध्यक्ष, सी.एस.ई.), प्रो विशाल परांजपे (विभागाध्यक्ष, आई.टी). प्रो जोहेब हसन, (कार्यक्रम प्रमुख सी.एस.ई.), प्रो अभिषेक सिंह (कार्यक्रम प्रमुख, ए. एआई.एम.एल.) सभी विभागाध्यक्ष और कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के सभी प्रोफेसर शहर के लगभग समस्त महाविद्यालयों के शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।