महाशिवरात्रि पर होगा भगवान गुप्तेश्वर महादेव का भव्य रजत अलंकरण, इस वर्ष त्रिदिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन

जबलपुर,यश भारत। संस्कारधानी जबलपुर स्थित स्वयंभू सिद्धपीठ श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग का भव्य रजत अलंकरण किया जा रहा है। इस पावन अवसर को और अधिक दिव्य एवं भव्य बनाने हेतु त्रिदिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में संतों, विद्वानों, श्रद्धालुओं एवं शिव भक्तों की विशेष उपस्थिति रहेगी। आयोजन गुप्तेश्वर पीठाधीश्वर डॉ. स्वामी मुकुंददास महाराज के सानिध्य में आयोजित किया जा रहा जिसमें भगवान भोलेनाथ का रजत श्रंगार द्वारिका प्रसाद मिश्रा एवं परिवार के द्वारा करवाया जाएगा।
भगवान गुप्तेश्वर महादेव का महत्व
श्री गुप्तेश्वर महादेव मंदिर जबलपुर की प्राचीनतम शिव स्थली में से एक है। यह मंदिर मां नर्मदा के दक्षिण तट पर स्थित है और यहां विराजमान भगवान शिव स्वयंभू रूप में गुफा के भीतर प्रतिष्ठित हैं। मान्यता है कि भगवान शिव स्वयं इस गुप्त गुफा में प्रकट हुए थे, इसलिए इन्हें ‘गुप्तेश्वर महादेव’ के नाम से जाना जाता है। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि जो भी सच्चे मन से यहां भगवान शंकर की उपासना करता है, उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
भगवान शिवलिंग का रजत अलंकरण आध्यात्मिक एवं धार्मिक महत्व
इस वर्ष भगवान गुप्तेश्वर महादेव का श्री रजत अलंकरण किया जा रहा है। रजत (चांदी) को शुद्धता, शीतलता एवं चंद्रमा से संबंध रखने वाला धातु माना जाता है, जो भगवान शिव के परम प्रिय तत्वों में से एक है। इस पावन कार्य का उद्देश्य भगवान गुप्तेश्वर जी के शिवलिंग का क्षरण हो रहा है उसको बचाने एवं शिव के प्रति श्रद्धा एवं भक्ति को प्रकट करना तथा इस आध्यात्मिक स्थल को और अधिक अलौकिक स्वरूप प्रदान करना है।