जनवरी से सितंबर तक इश्क, बेवफाई, गैंगवार, गुुंडई, डॉन बनने के शौक में खूब लहू बहा, अक्टूबर से दिसंबर तक अपराधों का ग्राफ गिरा, साल भर में दर्ज हुए 13559 अपराध, दो साल की अपेक्षा हत्या की वारदातों में लगा विराम , चाकूबाजी पर रोक लगाने के चलते बढ़ गए अटैंप्ट टू मर्डर

ढेरों अपराधी हुए गिरफ्तार
धोखाधड़ी, लूट, चोरी, संपत्ति संबंधित, साइबर अपराध, अपहरण, रेप, हत्या, समेत अन्य अपराधों में आरोपियों की गिरफ्तारियां भी हुई है शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों के थानों में लगातार एफआईआर तो होती रही, मामले लंबित भीहै ऐसे में अब साल के अंत में पुलिस थानों में पेडिंग अपराधों का निकाल करने में पुलिस जुटी हुई है।
प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयों से शिकंजा
पुलिस ने सालभर अपराधियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाईयों से भी शिकंजा कसा। इस साल 34 रासुका, 394 जिलाबदर किए गये। इसके अलावा धारा 110 जाफौ के तहत 5851, धारा 151 के तहत 5124, धारा 107, 116 जाफौ के 30844, धारा 145 के तहत 159, धारा 122 जाफौ क तहत 220 कार्रवाईयां हुई।
तस्करों के साथ जुआरी-सटोरिए रहे सक्रिय
आम्र्स के साथ मादक पदार्थों के तस्कर सालभर सक्रिय रहे जिन पर पुलिस ने शिकंजा कसते हुए कार्रवाईयां की। इस साल आम्र्स के तहत 899, एनडीपीएस एक्ट के तहत 116, आबकारी एक्ट के तहत 6389, जुआ एक्ट के तहत 669, सट्टा एक्ट के तहत 1086 मामले दर्ज हुए है।
अपराध-2022-2023-2024
हत्या- 81-68-76
हत्या का प्रयास- 73-76-137
डकैती- 0-2-1
डकैती की तैयारी-2-3-0
लूट-57-31-74
अपहरण-581-540-601
गृहभेदन- 429-348-367
चोरी- 316-226-238
रेत चोरी-72-36-87
वाहन चोरी-710-811-764
बलात्कार-262-212-204
छेड़छाड़-416-291-269
बलवा-38-35-31
188-101-16-51
अन्य भादवि-12282-10814-10658
कुल भादवि-15420-13509-13559
नोट:2022, 23 के आंकड़े 1 जनवरी से 31 दिसम्बर तक, 24 के आंकड़े 1 जनवरी से 26 दिसम्बर तक।