पूर्व सरपंच-सचिव का कारनामाः गरीब की जमीन सचिव ने अपनी मां के नाम कराई
न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है पीड़ित


जबलपुर, यशभारत। अधारताल तहसील में जमीन के फर्जीवाड़े में तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों पर प्रकरण दर्ज किया गया है। किस तरह से एक कम्प्यूटर आॅपरेटर ने तहसीलदार-पटवारी सहित अन्य के साथ मिलकर दूसरे की जमीन अपने नाम करा ली थी। यह प्रकरण अभी शांत भी नहीं हुआ कि मझौली में हैरान कर देना वाला मामला सामने आया है। पूर्व सरपंच-सचिव ने मिलकर एक गरीब करीब 4 एकड़ से ज्यादा जमीन अपने नाम करवा ली। पीड़ित जमीन वापस लेने अधिकारियों के चक्कर काटकर थक चुका है।
जानकारी के अनुसार राजेश यादव पिता बुधुवा राम यादव निवासी- ग्राम महगवां तहसील मझौली ने कलेक्टर को शिकायत करते हुए बताया कि पुस्तेनी भूमि जिसका खसरा नंबर 64 रकवा 1.65 है जो कि मेरे पिता के जो कि बुधुवा पिता स्व. बदन के नाम से राजस्व रिकार्ड में दर्ज चली आ रही है। जिसे फर्जी तरीके से पूर्व सरपंच सुधा दुबे एवं सचिव बीरन यादव व्दारा हमाारी पुस्तेनी भूमि को बीरन यादव व्दारा अपनी माँ सुमंत्री बाई के नाम से दर्ज करवा लिया है । जिसकी जानकारी हमारे परिवार में किसी को भी नहीं दी गई जिसमें अपनी सील एवं हस्ताक्षर व्दारा कूटनीति रच के अपनी माँ सुमंत्री बाई के नाम से दर्ज कर दिया गया। तहसील कार्ययालय में आवेदन दिया गया था जिसकी कार्यवाही अभी तक नही हुई है। जिसका प्रकरण क. 1062 दिनांक 19.07.2024 को नायब तहसीलदार पोड़ा सर्कल मझौली में दर्ज भी है। पीड़ित ने कलेक्टर से कहा कि उपरोक्त व्यक्तियो व्दारा हमारी पुस्तेनी भूमि जो कि सुमंत्री बाई के नाम से दर्ज है जिसे जॉच करते हुए उचित कार्यवाही करें और साजिशकर्ताओं के विरूध कानूनी कार्यवाही करते हुए पुस्तेनी भूमि वापस दिलवाई जाए।