40 दिन बाद भी जांच उलझी, बारूद एकत्रीकरण के सवाल का नहीं है किसी के पास जवाब
राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियोंं ने भी जुटा लिए थे साक्ष्य
खजरी खिरिया कबाड़ गोदाम विस्फोट मामला
राष्ट्रीय स्तर की एजेंसियोंं ने भी जुटा लिए थे साक्ष्य
जबलपुर,यशभारत। खजरी खिरिया स्थित रजा मैटल इंडस्ट्रीज कबाड़ गोदाम विस्फोट मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड, मिलिट्री व जबलपुर पुलिस जांच में जुटी थी कि इतनी बड़ी मात्रा में बारूद शमीम कबाड़ गोदाम में क्यों एकत्रित करता था लेकिन अभी हादसे को करीब 40 दिन होने को हैं लेकिन किसी भी जांच एजेंसी या फिर जबलपुर पुलिस के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जांच अभी पूरी तरह से उलझी पड़ी है। उधर रजा मैटल इंडस्ट्रीज कबाड़ गोदाम के हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद शमीम तक पुलिस अभी भी नहीं पहुंच सकी है।
मजदूर के परिजन काट रहे थाने के चक्कर
विगत 25 अप्रैल को कबाड़ गोदाम में हुए भीषण विस्फोट में दो मजदूरों में से एक मजदूर के परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। भोलाराम भूमिया नामक मजदूर के परिजन अधारताल पुलिस थाना में दिन में दो से तीन बार चक्कर काट रहे हैं कि उन्हें कोई पुलिस वाला बता दे कि उनके भोला का उन्हें कुछ पता चल गया है। जानकारी के अनुसार विस्फोट के बाद मलबे से बरामद मानव अंगों को पुलिस ने डीएनए के लिए लैब भेजा था जिसके लिए भोलाराम और खलील दोनों के परिवार के सदस्यों के सैंपल लैब भेजे गए थे। जांच रिपोर्ट में खलील के बेटे के सैंपल बरामद मानव अंगों से हो गए थे जबकि भोलराम के बारे में अभी पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं है। इस संबंध में अधारताल पुलिस का कहना है कि खजरी खिरिया स्थित कबाड़ गोदाम की मिट्टी और जप्त मलबे से एक बार फिर से सैंपल जुटाकर जांच आगे बढ़ाई जाएगी जिससे कि मृत मजदूर भोलाराम के बारे में पता चल सके। विदित हो कि पुलिस ने पहले शमीम के बेटे फहीम और उसके बिजनेस पार्टनर सुल्तान अली को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था।
दोनों मजदूर कबाड़ गोदाम में आते कैद हुए थे कैमरे में
जानकारी के अनुसार अधारताल पुलिस थाना में अभी भी भोलाराम भूमिया की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है। विगत 25 अप्रैल की सुबह भोलाराम और खलील दोनों को कबाड़ गोदाम के अंदर काम करने आते देखा गया था। इसकी पुष्टि सीसी कैमरे के फुटेज से हुई थी। इस दौरान गोदाम से पुलिस को भोलाराम की बाइक भी मिली थी।
०००००००००
०००००००००००