इस बार जम्मू-कश्मीर में 89 लाख 9 हजार मतदाता हिस्सा लेंगे, जिनमें से 42.6 लाख महिला मतदाता हैं। चुनावों के लिए कुल 11,838 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। 90 सीटों में से 74 सामान्य, 9 अनुसूचित जनजाति के लिए, और 7 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। जम्मू क्षेत्र में 43 सीटें हैं जबकि कश्मीर क्षेत्र में 47 सीटें हैं। प्रमुख पार्टियों में बीजेपी, कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, और पीडीपी शामिल हैं।
2014 के विधानसभा चुनावों में पीडीपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जिसने 28 सीटें जीती थीं। पिछले 10 वर्षों में जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक परिदृश्य काफी बदल गया है। राज्य का दर्जा समाप्त हो गया है और यह केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। लद्दाख अलग होकर एक नया केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है, और विधानसभा सीटों की संख्या 87 से बढ़कर 90 हो गई है। इस बार के चुनाव में नए राजनीतिक समीकरण और दल भी हिस्सा ले रहे हैं, जो आगामी चुनावों को और भी दिलचस्प बना रहे हैं