चुनावी रंग, शर्तों का दौर अपने-अपने गणित
जबलपुर, यशभारत। विधानसभा चुनाव के अब दो दिन बचे हैं, तब हर जगह, वह घर हो या कोई भी ठिकाना हो चुनावी रंग में सभी सराबोर हो गए हैं। आठों विधानसभा मेें अपने-अपने दावे अपने अपने गणित हैं।
लोकतंत्र में विधानसभा चुनाव प्रदेश के आगामी 5 सालों के लिए यह दिशा तय करता है कि आने वाले 5 साल के लिए हम और आप किसके शासन में जीवन व्यतीत करेंगे। इन हालातों में हर व्यक्ति विधानसभा चुनाव में मैदान में प्रत्याशियों के अलावा किस पार्टी की क्या भूमिका रही पांच सालों में उसको लेकर गहरी नजर रखकर अपना मतदान करते हैं। इन्हीं सबके बीच जब चुनाव शुरू होता है, तब प्रत्याशियों और पार्टियों के द्वारा किए जा रहे प्रचार से भी मतदाता प्रभावित होते हैं। इन्हीं सबके बीच यह जानने का भी लोग काफी प्रयास करते हैं कि किस पार्टी की किस प्रत्याशी की प्रचार के दौरान क्या स्थिति है। घर की किचन से होटलों में सजने वाली महफिलों तक आठ विधानसभा क्षेत्र में काफी जागरुक रहने वाले अपने को महारथ बताने में पीछे नहीं हट रहे। ऐसी स्थिति में लोग अपने -अपने तरीके से जीत-हार का दावा करते हैं। वो जीतेगा और वो हारेगा को लेकर अनेक प्रकार के राजनैतिक गणित बताकर शर्तों का सिलसिला भी चालू हो गया है। ऐसी स्थिति में कोन हारता है कौन जीतता है 3 दिसंबर को पता चलेगा।