शहर में अवैध रूप से दुर्गा पंडाल रोशन,2 मासूमों की मौत के बाद भी विद्युत कंपनी नींद में
बड़ी दुर्घटना को खुला आमंत्रण

जबलपुर। नवरात्र पर्व के उत्साह के बीच चार दिनों के अंदर दो बच्चों और एक युवक की करंट लगने से हुई मौत ने बिजली कंपनी की कार्यप्रणाली और पंडाल सजाने के मनमाने तरीके पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसों के बाद पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी ने सभी दुर्गा पंडालों के संचालकों को नोटिस जारी किए हैं। विद्युत कंपनी की माने तो सभी संभागों में जांच अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन इसकी हकीकत कोसो दूर है इसका जीता जागता उदाहरण सदर रामलीला मैदान के सामने देखने को मिल रहा है जहा विद्युत ट्रांसफार्मर से अवैध रूप से कनेक्शन लेकर दुर्गा पंडाल और सड़क पर साज़ सज्जा को रोशन किया गया है ऐसे हालात में कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है
कनेक्शन लेने का नियम तो जिम्मेदार चुप क्यों
बिजली कंपनी के एक सर्वे के अनुसार शहर में 800 के आसपास दुर्गा पंडाल विभिन्न स्थलों पर सजे हुए हैं। पर्व प्रारंभ होने के चार दिन गुजर जाने के बाद भी अब तक मात्र 125 समितियों ने भी अस्थाई बिजली कनेक्शन लेकर पंडालों को रोशन किया है। अब बड़ा सवाल यह है कि जब अस्थाई कनेक्शन लेकर पंडाल या अन्य सजावट करने का नियम है तो अब तक मात्र 125 ने ही राशि क्यों जमा कराई।
सिर्फ बिल वसूली में जुटा है विद्युत विभाग
पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी की लापरवाही के चलते ऐसे नजारे शहर के विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिल रहे हैं जहां बिजली के नंगे तारों में खुलेआम मौत दौड़ रही है। मेंटेनेंस के नाम पर अघोषित बिजली कटौती की जाती है लेकिन किस तरह से मेंटेनेंस हो रहा है यह बात समझ से परे है पूरा विद्युत विभाग बिल वसूली और विद्युत चोरी रोकने में जुटा रहता है लेकिन उसे आम जनता की जान की कोई परवाह नहीं है।
सड़को पर लोगो का उमड़ेगा जन सैलाब
गौरतलब है कि नवरात्र के पांचवे दिन से ही दुर्गा प्रतिमाओं के दर्शन के लिए शहर की सड़को पर लोगो का जन सैलाब उमड़ेगा और बात करे सदर क्षेत्र की ,तो सदर की तंग गलियों में स्थापित दुर्गा प्रतिमाओं को देखने के लिए श्रद्धालुओ की भारी भीड़ होती है। इसके बावजूद भी पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के ज़िम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है ऐसे हालात में श्रद्धालुओ को अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा खुद करनी पड़ेगी।







