रुपए के लालच में मजदूरों की जान जोखिम में धान रोपाई के लिए दमोह जिले से माल वाहक में ठसाठस भर कर आ रहे मजदूर
पूर्व में हो चुके हैं अनेक गंभीर हादसे.संबंधितों की कार्रवाई ठंडे बस्ते में
जबलपुर यशभारत।
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनो धान रोपाई का काम तेजी से चल रहा है जिसके लिए पड़ोसी जिला दमोह से मजदूर पिकअप व छोटा हाथी जैसे वाहनों में जोखिम में जान डालकर उनको ठेकेदारों द्वारा रोपाई करने के लिए लाया जा रहा है उक्त वाहनों में ठसाठस मजदूर भरे रहते हैं यदि थोड़ी सी भी चूक वाहन चालक से हुई तो किसी भी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि इस तरह के मालवाहकों में पूर्व में भी अनेक गंभीर घटनाएं घटित हो चुकी है बावजूद इसके संबंधितों द्वारा किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई जा रही है जिससे कभी भी बड़ी घटना घटित हो सकती है। धान की रोपाई के लिए स्थानीय मजदूर ना मिलने के कारण दमोह जिले से ठेकेदारों द्वारा माल वाहकों में इनको मजदूरी करने के लिए लाया जाता है। माल वाहक मालिक व चालक रुपए के लालच में मजदूरों की जान को जोखिम में डाल रहे हैं। ऐेसे वाहनों पर कार्रवाई नहीं होने से उनके हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं। लगातार सड़क हादसे होने के बाद भी मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोई जा रही है।
उल्लेखनीय की मालवाहक वाहनों में सवारी ढोई जा रही है। जिसके कारण दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। खासतौर पर ग्रामीण अंचलों में यह समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है। बावजूद इसके मालवाहक वाहनों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
इन थाना क्षेत्र में हो चुके हैं गंभीर हादसे
धान की रोपाई हो या फिर निदाई का काम इसके लिए पड़ोसी जिलों से मजदूरों को माल वाहक वाहनों में भरकर लाये जाने के कारण जिले के पाटन चरगवां एवं कुडम थाना क्षेत्र में अनेक गंभीर घटनाएं घटित हुई है जिसमें कई मजदूर कल का ग्रास भी बने थे ।हाल ही में धान की रोपाई का काम पूर जोर चल रहा है जिससे क्षेत्र में मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने का कार्य रोजाना किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार ग्रामीण अंचलों में आरटीओ के द्वारा भी किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई न होने के कारण माल वाहक चालकों के हौसले और बुलंदी पर है कि वह मजदूरों की जान से खेल रहे हैं।जिससे मजदूरों की जान को खतरा हो सकता है।
ठेकेदारों द्वारा लाया जाता है मजदूरों को
इस संबंध में यदि सूत्रों की माने तो मालवाहक वाहनों से सवारियां ढोने का कार्य ठेकेदारों द्वारा मजदूरों को काम पर लाने ले जाने के लिए मालवाहक वाहनों का उपयोग किया जा रहा है। जिसमें क्षमता से अधिक सवारियां बैठाकर ले जाया जाता है। ऐसे में कभी भी घटना हो सकती है। मोटर व्हीकल एक्ट में साफ तौर पर मालवाहक वाहनों में सवारियां ढोने पर पाबंदी है। बावजूद इसके ऐसे मालवाहक वाहनों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
पुलिस की नजरों के सामने से निकलते हैं ओवर लोडिंग वाहन
पिकअप आदि वाहनों से जबलपुर ग्रामीण क्षेत्रों में धान रोपाई के लिए दमोह जिले से मजदूर आ रहे हैं इस बीच अनेक थाना एवं पुलिस चौकिया के सामने से उक्त वाहन निकलते हैं। बावजूद इसके ऐसे वाहन मालिक और चालकों के विरुद्ध पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उल्लेखनीय की पुलिस द्वारा हेलमेट चेकिंग में बाइक सवार को तो रोक कर उससे सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए हेलमेट लगाने के लिए आदेश दिया जाता है एवं उसके विरुद्ध चालानी कार्रवाई भी की जाती है। लेकिन अन्य जिलों से पिकअप आदि वाहनों में ठसाठस भर कर आ रहे इन मजदूरों की जानकी चिंता नहीं की जा रही है। हालत है कि इन दोनों मजदूरों से भरे वाहनों की धमा चौकड़ी मची हुई है और उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।