अमृतसर स्वर्ण मंदिर में सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला, फायरिंग के बाद भारी हंगामा

अमृतसर, एजेंसी। पंजाब के अमृतसर में बुधवार सुबह गोली चलने से हड़कंप मच गया। अब तक की जानकारी के मुताबिक, एक शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने की कोशिश की। शख्स ने मौका देखकर बादल पर गोली चलाई। हालांकि वे बाल-बाल बच गए। सुरक्षाकर्मियों ने आरोपी को पकड़ लिया। उसके पास से पिस्टल भी बरामद हुई है। सुरक्षाकर्मियों ने सुखबीर बादल को घेरा हुआ है।
फायरिंग करने वाले व्यक्ति की पहचान गुरादसपुर के डेराबाबा नानक के रहने वाले नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है। वह दल खालसा का सदस्य है। बादल सुबह अकाल तख्त की सजा भुगतने के लिए पहुंचे थे। वे बरछा पकड़कर घंटाघर के बाहर बैठे हुए थे। तभी उन पर हमला किया गया।
2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब पर राम रहीम मामले में 5 सिंह साहिबानों की बैठक हुई, जिसमें उन्हें और शिरोमणि अकाली दल सरकार के दौरान अन्य कैबिनेट सदस्यों को धार्मिक दुराचार के आरोपों के लिए सजा सुनाई गई थी। इस मामले में 30 अगस्त 2024 को सुखबीर सिंह बादल को श्री अकाल तख्त ने च्तनखैयाज् (धार्मिक दुराचार का दोषी) घोषित किया था।
दल खालसा का है आरोपी
जानकारी के अनुसार, आरोपी की पहचान नारायण सिंह जोड़ा के तौर पर हुई है। आरोपी डेरा बाबा नानक का है और वह दल खालसा से संबंधित बताया जा रहा है। गोली चलाने के बाद सुखबीर बादल के आसपास खड़े लोगों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और उसका हाथ ऊपर कर दिया जिससे गोली हवा में चल गई। वारदात मेन गेट के सामने हुई। बता दें कि सुखबीर बादल के पैर में फ्रैक्चर है, इसलिए वे कुर्सी पर बैठकर सेवा निभा रहे हैं।
मंगलवार को भी स्वर्ण मंदिर में आया था आरोपी
सूत्रों के अनुसार, आरोपी मंगलवार को भी श्री हरमंदिर साहिब में घूमता देखा गया था। वहीं खुफिया इनपुट मिलने के बाद पुलिस भी अलर्ट थी और उस पर नजर रख रही थी। अकाली नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सुखबीर बादल की सुरक्षा में कोताही बरती है।
वहीं एडीसीपी हरपाल सिंह ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। सुखबीर बादल को उचित सुरक्षा दी गई थी। हमलावर कल भी यहां था…आज भी उसने सबसे पहले गुरु जी को नमन किया। गोली किसी को नहीं लगी है।