नागपुर में एक ही परिवार के 4 लोगों के शव फंदे पर लटके मिले
इनमें एक व्यक्ति पर पांढुर्णा में 17 लाख के गबन का केस, कुछ दिन पहले छिंदवाड़ा जेल से छूटा था
पांढुर्णा, एजेंसी। महाराष्ट्र में नागपुर जिले में आने वाले मोवाड गांव के वार्ड 5 में पांढुर्ना में संचालित मातृ सेवा इंडिया नीति लिमिटेड संस्था में हुए 17 लाख रुपए के गबन के आरोपी गणेश पचौरी उसके माता-पिता और भाई की लाशें घर में फंदे पर लटकी मिली हैं। प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का बताया जा रहा है क्योंकि पुलिस को आरोपी गणेश की जेब से सुसाइड नोट मिला है लेकिन पुलिस हर एंगल से घटना की जांच कर रही है। मृतकों में गणेश पचौरी, पिता विजय पचौरी, मां माला पचौरी और छोटा भाई दीपक पचौरी शामिल हैं। सभी के शवों को नागपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। जहां गुरुवार को चारों का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। नागपुर ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणेश धूमाल के अनुसार माता-पिता और भाई के हाथ बंधे मिले हैं और गणेश पचौरी के हाथ खुले थे। पांढुर्णा थाने में पदस्थ उप निरीक्षक लखन भीमते ने बताया कि पांढुर्णा में संचालित मात्र सेवा इंडिया नीति लिमिटेड के संचालक गणेश पचौरी सहित अन्य तीन संस्था के कर्मचारियों पर 17 लाख की धोखाधड़ी के मामले में 14 फरवरी 2024 को धारा 420 ओर 120 बी के तहत केस दर्ज किया गया था। पांढुर्णा थाने में आरोपी गणेश पचौरी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज होने के बाद आरोपी को छिंदवाड़ा जेल भेजा गया था। जिसे कुछ दिन पहले वह जमानत मिली थी। तब से वह अपने गांव महाराष्ट्र के मोवाड में रह रहा था।
आरोपी का पिता था रिटायर शिक्षक, किराए के मकान रहते थे सभी
सभी मृतक महाराष्ट्र के मोवाड में एक किराए के मकान में रहते थे। जहां बुधवार की सुबह चारों के शव फंदे पर लटके मिले हैं। आरोपी गणेश पचौरी के पिता एक रिटायर शिक्षक थे।
नागपुर ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणेश धूमाल ने बताया कि मौके से पुलिस ने जांच पड़ताल की तो घर के अंदर दरवाजा बंद था। हॉल में दीपक, बीच के हॉल में पति-पत्नी और एक रूम में गणेश छत पर लगी कड़ी से फांसी पर लटका मिला है। नागपुर से फॉरेंसिक टीम को भी घटना स्थल पहुंची थी।
मृतक की जेब से मिला सुसाइड नोट
नागपुर ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमेश धूमाळ ने बताया कि मृतक गणेश की जेब मे चारों मृतकों के हस्ताक्षर वाला सुसाइड नोट मिला है। उस नोट में पांढुर्णा में उस पर दर्ज हुए मामले और 17 लाख के गबन से आहत होना बताया गया है।