जुलाई में फिर होंगी बोर्ड परीक्षाएं, माशिमं का बड़ा बदलाव
फेल हुए छात्र या श्रेणी सुधारने के लिए विद्यार्थी फिर दे सकेंगे परीक्षा

जबलपुर, यशभारत। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बोर्ड परीक्षा पर बड़ा बदलाव किया है अब जुलाई में दोबारा मंडल परीक्षा आयोजित कराएगा। इस परीक्षा में वे छात्र शामिल हो सकेंगे मार्च में हुई परीक्षा में फेल हुए या फिर श्रेणी सुधार करना चाहते हैं। जुलाई में परीक्षा होने के बाद एक माह बाद परीक्षा का परिणाम भी जारी कर दिया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस संबंध में सभी संभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।

द्वितीय परीक्षा में वही विद्यार्थी शामिल होंगे, जिन्होंने पहली परीक्षा दी है। इसके बाद बोर्ड की पहली परीक्षा और दूसरी परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर वार्षिक परीक्षा का परिणाम तैयार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (सीबीएसई) ने भी अगले शैक्षणिक सत्र से दो बार 10वीं और 12वीं की परीक्षा कराने का निर्णय लिया था। इसी तर्ज पर मप्र बोर्ड भी आगे बढ़ा है। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं व 12वीं परीक्षा में हर साल करीब 18 लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं। बोर्ड की अभी तक एक ही परीक्षा फरवरी या मार्च में होती थी। मुख्य परीक्षा के रिजल्ट के बाद जुलाई में पूरक परीक्षा आयोजित की जाती थी, जिसे अब नई व्यवस्था में नहीं कराने का निर्णय लिया गया है।

अब ऐसी रहेगी व्यवस्था
द्वितीय परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थी पूर्ण परीक्षा परिणाम घोषित होने तक माध्यमिक शिक्षा मंडल या महाविद्यालय द्वारा संबद्धता प्राप्त संस्था के प्रधानाचार्यों से अनुमति प्राप्त कर अगली कक्षा में अस्थायी प्रवेश ले सकेंगे। ऐसे विद्यार्थियों के लिए, जो मंडल की प्रथम परीक्षा के परीक्षा परिणाम में एक या एक से अधिक विषयों में अनुपस्थित अथवा अनुत्तीर्ण रहे हों, द्वितीय परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। ऐसे अभ्यर्थी, जो किसी विषय में उत्तीर्ण हो गए हों, वे भी अंक सुधार के लिए द्वितीय परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। प्रथम परीक्षा में उत्तीर्ण रहे विद्यार्थी भी एक या एक से अधिक विषयों में द्वितीय परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। प्रायोगिक विषयों में कोई विद्यार्थी प्रथम परीक्षा की प्रायोगिकध्आंतरिक परीक्षा के केवल अनुत्तीर्ण भाग में शामिल होने के लिए पात्र होगा। द्वितीय परीक्षा में शामिल होने के लिए विद्यार्थी को आवेदन-पत्र भरना अनिवार्य होगा, लेकिन द्वितीय परीक्षा के दौरान विद्यार्थी द्वारा प्रथम परीक्षा में लिए गए विषय में परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी।

इनका कहना है
नोटिफिकेशन जारी हो चुका है, विद्यार्थियों को राहत देने के लिए साल में दो बार परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। वहीं विद्यार्थी शामिल होंगे जो मुख्य परीक्षा में बैठे थे या फिर जो अंक सुधार करना चाहते हैं।उॉक्टर डीके त्रिपाठी, सचिव माशिमं भोपाल
मंडल ने साल में दो बार परीक्षा आयोजित कराएगा इस बारे में जानकारी प्राप्त हुई। शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। दितीय परीक्षा को लेकर कुछ नियम भी बनाए गए हैं।
इब्राहिमनंद, संभागीय अधिकारी माशिमं जबलपुर