अंधे हत्याकांड का खुलासा; लूट के बाद आरोपियों ने की थी युवक की हत्या
आरोपी गिरफ्तार, एक फरार, तलाश जारी
कटनी, यशभारत। हीरागंज स्थित शनि मंदिर के पास युवक की निर्मम हत्या का कोतवाली पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अंधे हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी फरार है। युवक की हत्या लूटपाट के इरादे से की गई थी। वारात का खुलासा करते हुए एएसपी मनोज केडिया ने बताया कि लूटपाट के इरादे से दो युवकों ने मृतक के साथ मारपीट की थी। आरोपियों ने पत्थर से उसके सिर पर गंभीर वार किए थे। मारपीट और लूट करने के बाद घायल अवस्था में छोडक़र आरोपी भाग गए थे। यह घटना विगत 20 दिसंबर को खिरहनी ओवर ब्रिज के नीचे स्थित शनि मंदिर के पास घटित हुई थी।
सावरकर वार्ड खिरहनी फाटक निवासी 35 वर्षीय रवि रैदास उर्फ लल्लू पता मेरु चौधरी लहुलूहान हालत में मिला था। घायल को इलाज के लिए पहले जिला अस्पताल भिजवाया गया, जहां पर उसे गंभीर हालत में जबलपुर मेडिकल कॉलेज रिफर कर दिया गया। था और 28 दिसंबर को जबलपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस वारदात के बाद एसपी अभिजीत कुमार रंजन के निर्देशन एवं सीएसपी ख्याति मिश्रा के मार्गदर्शन में कोतवाली थाना प्रभारी आशीष शर्मा द्वारा आरोपियों को पकडऩे के लिए तीन टीमें गठित की गई थी।
जांच के दौरान सीसीटीव्ही फुटेज खंगालने एवं आसपास के लोगों से पूछताछ करने के बाद यह बात सामने आई कि देर रात दो युवक गर्ग चौराहा की तरफ से लाल रंग की ऑटो रिक्शा लेकर आए और पेट्रोल पंप के सामने शनि मंदिर के पास छिपकर खड़े हो गए। जब इसी बीच रवि रैदास वहां से गुजर रहा था, तो उन दोनों ने उसे पकड़ लिया और जबरन ई-रिक्शा में बैठाने लगे। दोनों आरोपियों से बचकर जब वह भागने का प्रयास करने लगा तो उन्होंने उसे पकड़ लिया और मारपीट करने लगे। मारपीट करते हुए दोनों आरोपियों ने उसे नगद रूपए और मोबाइल लूट लिया और उसे घायल अवस्था में वहीं छोडक़र भाग खड़े हुए।
अंधे हत्याकांड का खुलासा करते हुए कोतवाली पुलिस ने बताया कि हत्या के आरोपी मोनू बर्मन को बैलहटघाट के पास ई-रिक्शा सहित गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़ा गया आरोपी एनकेजे थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रेमनगर का रहने वाला है। हत्या में शामिल दूसरे युवक की तलाश की जा रही है, जिसको जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपी को पकडऩे में मुख्य रूप से कोतवाली थाना प्रभारी आशीष कुमार शर्मा, उप निरीक्षक अरुनपाल सिंह, उप निरीक्षक रामचंद्र शुक्ला, कप्तान सिंह, विजय शंकर गिरी, प्रधान आरक्षक अनिल सिंग सेंगर, पुष्पराज सिंह, वीरेंद्र सिंह, अजय प्रताप सिंह, अमित सिंह, उपेंद्र सिंह, विकास राय, मंसूर हुसैन की अहम भूमिका रही।