जिला पंचायत उपचुनाव में भाजपा का कब्जा, महेंद्र बरकड़े जीते
जबलपुर, यशभारत। संतोष बरकड़े के सिहोरा विधायक बनने के बाद खाली हुई कुंडम जिला पंचायत सीट क्रमांक 7 के उपचुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। भाजपा ने एक बार फिर जीत हासिल की है। इस सीट से भाजपा समर्थित महेंद्र बरकड़े को जीत मिली है। मालूम हो कि उपचुनाव में करीब 9 प्रत्याशी मैदान में थे जिसमें कांग्रेस सहित अन्य दलों के प्रत्याशी शामिल थे। महेंद्र बरकड़े की जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने कुंडम में विजय जुलूस निकाला और मिठाईयां वितरित की।
महेंद्र बरकड़े को 9 हजार 951 वोट मिले
भाजपा समर्थित महेंद्र बरकड़े को 9 हजार 951 वोट प्राप्त हुए हैं, जबकि कांग्रेस समर्थित जुमना मरावी दूसरे नंबर पर थी उन्हें 4 हजार 20 वोट प्राप्त हुए हैं। तीसरे नंबर पर अनूप सिंह मरावी थे जिन्हें 3 हजार 148 वोट मिले। उपचुनाव के लिए 14 केंद्र बनाए गए थे।
मतदान केंद्र 166 में सबसे कम वोट मिले
जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीते महेंद्र बरकड़े को मतदान केंद्र 166 में सबसे कम 17 वोट मिले है जबकि अन्य केंद्रों में भाजपा प्रत्याशी को अच्छे-खासे वोटस प्राप्त हुए हैं। जबकि कंांग्रेस की जुमना मरावी को इसी मतदान केंद्र में सिर्फ 2 वोट प्राप्त हुए हैं। इस मतदान केंद्र में सबसे ज्यादा वोट 218 वोट मुन्ना मरावी को मिले है।
9 प्रत्याशी मैदान में थे
जिला पंचायत सदस्य रहे संतोष बरकड़े जिला पंचायत अध्यक्ष बने। संतोष को भारतीय जनता पार्टी ने सिहोरा विधानसभा से चुनाव लड़वाया, जिसके बाद उन्होंने चुनाव जीता और विधायक बन गए। संतोष बरकड़े के विधायक बनने के बाद जिला पंचायत क्रमांक-7 की सीट खाली हो गई थी। निर्वाचन आयोग खाली हुई सीट के लिए 27 जनवरी को मतदान हुआ। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेताओं सहित कुल 9 प्रत्याशी मैदान में थे। भाजपा कार्यकर्ता महेंद्र बरकड़े सहित जहां रामचंद्र मरावी और विजय बहादुर मरावी मैदान में थे। तो वही कांग्रेस से पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमुना मरावी, मुन्ना मरावी, प्रीति ठाकुर और विक्रमादित्य सिंह ने चुनाव लड़ा।
संतोष बरकड़े ने कई दिग्गजों को हराया था
विधायक बने संतोष बरकड़े 2022 में हुए जिला पंचायत चुनाव में खड़े हुए थे। संतोष बरकड़े ने पूर्व विधायक नन्हे लाल धुर्वे, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जमुना मरावी, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष खिलाड़ी सिंह को हराया। संतोष सिंह बरकड़े जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद अध्यक्ष भी बने। 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में संतोष बरकड़े को सिहोरा विधानसभा से टिकट दी गई, जहां उन्होंने जीत दर्ज करते हुए विधायक बने। संतोष बरकड़े के विधायक बनने के बाद ही यह सीट खाली हुई थी।