

फिल्म ‘रेनेसां मैन’ में विवेक तन्खा द्वारा राहत संस्था के माध्यम से किए गए निःशुल्क मेडिकल कैंप, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए चलाए जा रहे स्कूलों, मंडला जिले में ब्लड बैंक की स्थापना और कोविड-19 महामारी के दौरान जबलपुर में ऑक्सीजन कंटेनर पहुंचाकर सैकड़ों लोगों की जान बचाने जैसे कार्यों को दर्शाया गया है। इसके अलावा, कोविड के दौरान 800 कश्मीरी छात्रों को उनके घर पहुंचाने के उनके प्रयासों को भी दिखाया गया है।
डॉक्यूमेंट्री में तन्खा के निर्णायक केसों का भी जिक्र:
फिल्मकार अजय चिटनीस द्वारा निर्मित इस डॉक्यूमेंट्री में विवेक तन्खा द्वारा लड़े और जीते गए महत्वपूर्ण केसों को भी देश की जानी-मानी हस्तियों के माध्यम से दर्शाया गया है। यह डॉक्यूमेंट्री 17 मई को कान्स और 21 जून को न्यूयॉर्क फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित की जाएगी।
कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति:
इस कार्यक्रम में राजधानी भोपाल के वरिष्ठ अधिवक्ता अजय गुप्ता, समाजसेवी अरुणेश्वर सिंह सिंहदेव और डॉ. अजय गोयनका ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जितेंद्र माहेश्वरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह देरी से पहुंचे, जबकि कैबिनेट मंत्री विश्वास कैलाश सारंग कार्यक्रम शुरू होने से आधे घंटे पहले ही पहुंच गए थे।
राजनीति से ऊपर मानवता:
विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है, लेकिन तन्खा की विद्वता राजनीति से बहुत ऊपर है। उन्होंने यह भी कहा कि कई बार उलझनों से निकलने के लिए वे तन्खा की सलाह लेने में संकोच नहीं करते।
मानवता की सेवा का प्रतीक:
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति और जबलपुर के पत्रकार आशीष शुक्ला भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में सेंट्रल इंडिया प्रेस क्लब के पदाधिकारियों सहित राजधानी के सैकड़ों पत्रकारों ने फिल्म देखी। इस कार्यक्रम को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि राजधानी भोपाल में कानून और राजनीति के अमिताभ बच्चन को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है।