रेलवे एलडीसीई परीक्षा में बड़ा घोटाला : एक ही प्रश्र के 2 उत्तर सही, 3 बार परिवर्तित की मास्टर आंसर की
- चीन्ह-चीन्ह कर बांटी जा रही रेवडिय़ां
जबलपुर, यशभारत। पश्चिम मध्य रेलवे की ओर से विभागीय अधिकारों के प्रमोशन के लिए लिए जाने वाली परीक्षा एलडीसीई में बड़ा घोटला सामने आया है। जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वैकल्पिक प्रश्र पत्र की मास्टर आंसर की अभी तक तीन बार डिस्पले की जा चुकी है। जिसके बाद लगता है कि दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी की पूरी दाल ही काली है।
जानकारी अनुसार पश्चिम मध्य रेलवे की सहायक संकेत एवं दूर संचार परीक्षा 2021 का ऑब्जेक्टिव प्रश्र पत्र 19 दिसंबर 2021 को जबलपुर में प्रतिभागी विभागीय कर्मचारियों ने दिया। जिसमें 7 पद हैं। रेलवे बोर्ड के नियमों के चलते इसकी पहली मास्टर आंसर की, जिसमें प्रश्र के सही उत्तर 30 दिसंबर 2021 को प्रकाशित की गई। जिसमें महज 6 कर्मचारी सफल रहे। जो दूर संचार विभाग के थे। विभागीय कर्मचारियों ने इस परीक्षा को लेकर अनेक आपत्तियां दर्ज की हैं।
ऐसे हुआ पूरा खेल
जानकारी अनुसार जब परीक्षा को लेकर कर्मचारियों ने आवाज उठाई ओर विभाग की पोल खुल गयी तो पूरे मामले में पर्दा डालने के लिए 17 जनवरी 2022 को आंसर की परिवर्तित कर डिस्प्ले की गई। इसके बाद कुछ लोगों को पास करने के लिए एक बार फिर से 24 अप्रेल 2022 को फिर आंसर की परिवर्तित की गई। जिसमें 4 कर्मचारी जोड़े गए।
पूरे मामले पर एक नजर….
जानकारी अनुसार इस परीक्षा की सबसे प्रमुख बात यह रही कि अपनों को रेवडिय़ां बांटने के चक्कर में आंसर की जारी करने वाले जिम्मेदार अधिकारी यह तक भूल गए कि एक ही प्रश्र के दो सही उत्तर नहीं हो सकते है। 24 अप्रैल 2022 को जो आंसर की परिवर्तित की गई उसमें प्रश्र क्रमांक 59 एवं 91 ऑब्जेक्टिव आंसर में से चार वैकल्पिक उत्तर से दो उत्तर सही रखे गए। जो नियमानुसार ना तो सही और ना ही तर्क संगत है। क्योंकि प्रत्येक प्रश्र का केवल एक ही उत्तर होता है।
प्रश्र क्रमांक 59 के लिए सही उत्तर ए और बी एवं प्रश्र क्रमांक 91 के लिए दो सही उत्तर बी और सी रखे गए। इस प्रकार दोनों प्रश्रों को सही बताकर अपने चहेतों को पास किया गया। इतना ही नहीं प्रश्र क्रमांक 94 – एम में रेलवे में किसी भी कर्मचारी को पेंशन हेतु रिटायरमेंट 20 साल से घटाकर 10 साल किया गया। जो तीसरी जारी मास्टर की में बदल दिया गया। इस प्रकार अपने चहेतों को पास कराने वस्तुनिष्ठ प्रश्रपत्र 10जून को रखा गया है।
नए कैंडीडेट्स 24 मई 2022 को पास किया गया। उनको नियमावली के मुताबिक एक महिने पश्चात ही परीक्षा लेना चाहिए परंतु 10 जून 2022 को परीक्षा घोषित कर, एक माह का समय नहीं दिया गया। एससीएसटी ट्रंंनिंग नियमानुसार वस्तुनिष्ठ पेपर हेतु नहीं दिया गया है। इस संबंध में यशभारत ने प्रमुख कार्मिक अधिकारी से बात करने की कोशिश की। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।