ज्योतिषाचार्य पं. लोकेश व्यास की भविष्यवाणी सच साबित- कोरोना रिटर्न और,भारत की शिक्षा नीति को लेकर हुआ बड़ा बदलाव
जबलपुर, यशभारत। नए साल 2023 में भारत की स्थिति को लेकर ज्योतिषाचार्य पंडित लोकेश व्यास ने भविष्यवाणी की है। पं. लोकेश व्यास ने कहा कि भारत और सनातन धर्म में ज्योतिष का एक विशेष स्थान है, ज्योतिष वेदों के नेत्र कहे गए हें। ज्योतिषाचार्य पं. लोकेश व्यास ने ज्योतिष दर्पण के विशेष कार्यक्रम में यशभारत के संस्थापक आशीष शुक्ला को दिसंबर 2022 के कार्यक्रम में अपनी ज्योतिषी सूक्ष्मगणना के आधार पर ये जानकारी पहले ही दे दी थी कि अप्रैल में भारत में कोरोना का भय एकम बार फिर लोगों को डराएगा। और दिसंबर 2022 में भारत में कोरोना शून्य था लेकिन 17 जनवरी 2023 को शनि के कुंभ राशि में जाने के बाद ही कोविड शनै-शनै बढ़ेगा। और अपने पैर तेजी से पसारेगा। निश्चित रूप से देखने में आ गया कि वर्तमान मेें सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना के मामले दिन प्रति दिन तेजी से बढ़ रहे हें। ज्योतिषाचार्य पं. लोकेश व्यास ने लॉकडाऊन व कोविड से बड़ी जनहानि की संभावना से इंकार किया है। लेकिन कोरोना का भय इस वर्ष लोगों के मन में रहेगा और लोगों को कोरोना का सामना भी करना पड़ रहा है। साथ-साथ उन्होंने ये स्पष्ट रूप से भी कहा था कि पंचम भाव मजबूत होने के कारण देश की शिक्षा नीति में भारत की आजादी के बाद से लेकर अभी तक का सबसे बड़ा परिवर्तन होगा। और ये हुआ भी क्योंकि एनसीआरटी की कई किताबों में मुगल सामा्रज्य के अध्याय और भी कई परिवर्तन किए गए हैं। साथ-साथ उन्होंने यह भी जानकारी दी थी कि चंद्रमा के कारण देश की एक विशेष महिला सख्यिसत इस साल क्षति होगी । विश्वस्तर पर अगर ज्योतषाचार्य पं लोकेश व्यास की ज्योतिष गणनाओं से देखा तो उन्होंने बताया था कि रूस-यूक्रेन युद्ध इस वर्ष निर्णायक मोड़ पर आने की संभावना रहेगी। साथ-साथ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषिसुनक के लिए 2023 अच्छा नहीं रहने वाला है। पं. लोकेश व्यास ने आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर दो से तीन राज्यों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत की बात 2022 में बताई थी। मई 2023 में पडऩे वाले चंद्रग्रहण का प्रभाव में देश में देखने को मिलेगा। पं. लोकेश व्यास ने मोदी की चमक बरकरार रहने व राहुल गांधी की विश्वपटल पर ध्यानाकर्षण की बात कही थी जो सच साबित होती दिख रही है। गुरू चंडाल योग के कारण राहुल गांधी को इसी प्रकार का संघर्ष करते रहना पड़ेगा। साथ-साथ उन्होंने बताया था कि मेष-मिथुन, मकर, कुंभ व मीन व लग्र वालों को विशेष सावधानी पूजा-पाठ व संयम से रहने की आवश्यकता 2023 में रहेगी।