कूनो में चीतों के सामने एक और संकट, डब्ल्यूआईआई की रिपोर्ट में हुआ यह खुलासा
एक वर्ग किलोमीटर में हैं मात्र 16 चीतल, चीतों के लिए 27 होना जरूरी

SHEOPUR. मध्यप्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क नामीबिया से लाए गए चीतों के लिए चर्चा का केंद्र बना हुआ है। लगातार चीतों की मौत के बाद सवालों के घेरे में आए कूनो नेशनल पार्क के लिए एक और बुरी खबर है। दरअसल डब्ल्यूआईआई देहरादून ने अपनी रिपोर्ट में कूनो प्रबंधन पर सवालिया निशान लगाए हैं।
रिपोर्ट में बताया कि चीतों के लिए भोजन का है संकट
रिपोर्ट में कहा गया है कि कूनो में शाकाहारी वन्यजीवों की तादाद में कमी आई है। चीतों का मुख्य भोजन चीतल हैं। जबकि यहां प्रति वर्ग किलोमीटर के दायरे में 16 चीतल ही बचे हैं। जबकि चीतों के लिए इनकी आदर्श संख्या 27 होनी चाहिए।
जनवरी में किया था सर्वे
ताज्जुब की बात यह है कि भारतीय वन्यजीव संस्थान ने यह सर्वे जनवरी महीने में किया था, उस दौरान प्रत्येक वर्ग किलोमीटर में औसतन 18 चीतल थे, जिनकी संख्या घटकर 16 रह गई है। इसके पीछे अवैध शिकार को भी बड़ी वजह माना गया है।