युवक-युवती का आरोपः शादी करने पहुंचे तो एडीएम ने भगाया, एडीएम ने कहा न्यायालीन प्रक्रिया तो पूरी करनी होगी
जमकर हुआ हंगामा तो पेशी अगली तारीख दी

जबलपुर, यशभारत। कलेक्ट्रेट 17 नंबर मैरिज स्ट्रेशन कमरा में पहंुचे एक युवक-युवती ने एडीएम पर गंभीर आरोप लगाए उनका कहना था कि एडीएम ने बगैर सुनवाई किए भगा दिया जबकि एडीएम नाथूराम गौंड का कहना था न्यायालीन प्रक्रिया के तहत जो पात्र होंगे उनकी सुनवाई होगी। किसी को बगैर सुनवाई के जाने नहीं दिया जाता है, कोई भी कुछ भी आरोप लगाए इससे मैं अपने फैसले थोड़ी बदलूंगा। संबंधित जोड़े को तय तारीख दी गई थी उस तारीख में वह उपस्थित नहीं हुए तो उन्हें अगली तारीख दी गई अब इसमें भगाने जैसा कोई मामला नहीं है।
जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट 17 नंबर मैरिज स्ट्रेशन कमरा में उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई जब शादी करने पहंुचे जोड़े को एडीएम ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। युवक-युवती ने आरोप लगाते हुए कहा कि 6 फरवरी को शादी का रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन दिया था, 13 मार्च को 17 नंबर कमरा में उपस्थित होने को कहा गया था लेकिन किन्ही कारणों से उक्त तारीख में उपस्थित नहीं हो पाए जिसके बाद तारीख पर तारीख दी गई लेकिन उन तारीखों में अधिकारी नहीं मिले, 29 अप्रैल को एक बार फिर 17 नंबर कमरा में उपस्थित होने को कहा गया आज जब पहंुचे तो एडीएम ने यह कहकर भगा दिया गया आपकी शादी नहीं हो सकती है क्योंकि युवक पर केस चल रहे हैं, लेकिन जब एडीएम को बताया गया कि शादी से केसो से कोई लेना-देना नहीं है इस पर एडीएम भड़क गए और कमरे से बाहर जाने को बोल दिया।
नेतागिरी करने पहंुच गए कुछ संगठन
मामले की जानकारी जब कुछ हिंदूवादी संगठनों को लगी तो वह कलेक्ट्रेट पहंुच गए और उन्होंने भी युवक-युवती का साथ देते हुए आरोप लगाया कि मैरिज रजिस्टेªशन के नाम पर पैसा वसूली होती है। इस संबंध में एडीएम नाथूराम गौंड का कहना है कि इतने बड़े पद पर आसीन हूं किसी से क्या रिश्वत लूंगा, क्योंकि सरकार से पर्याप्त तन्खा मिलती है इसलिए रिश्वत की जरूरत नहीं है। एडीएम का कहना है कि राजनीति करने वालों को रोका नहीं जा सकता है जो आरोप उनके द्वारा लगाए गए हैं वह सिद्व करें।