अखिलेश यादव को हाउस अरेस्ट करेगी योगी सरकार? पुलिस के साथ RAF भी तैनात

जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर अखिलेश यादव JPNIC जाने वाले थे. इससे पहले ही सरकार ने गेट ढक दिया है. अब इस पर सियासत शुरू हो गई है.
यह लोकतंत्र के माथे पर कलंक- अवधेश प्रसाद
समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, “इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या होगा कि इस देश को आजादी दिलवाने वाले लोगों की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोका जा रहा है, उन्हें ढका जा रहा है.यह देश की आजादी और लोकतंत्र के माथे पर कलंक है जिसे समाजवादी पार्टी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी.”
अखिलेश के आरोपों पर बीजेपी ने दिया जवाब, पूछे कई सवाल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के निर्धारित दौरे से पहले उत्तर प्रदेश में जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) को सील कर दिया गया, बैरिकेडिंग कर दी गई और पुलिस बल तैनात कर दिया गया. दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि “अखिलेश यादव राजनीति कर रहे हैं. जो नोटिस जारी किया गया है, उससे साफ है कि निर्माण अधूरा है. अगर अखिलेश यादव की नीयत अच्छी होती तो वे अपने कार्यालय में भी जय प्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि दे सकते थे. आज सपा जय प्रकाश नारायण के आदर्शों को भूल चुकी है. अगर वे उन आदर्शों पर चलते तो कांग्रेस पार्टी से गठबंधन नहीं करते. हरियाणा में हार के बाद पूरा भारतीय जनता पार्टी गठबंधन राजनीतिक स्टंट कर रहा है. उन्हें समझ आ गया है कि देश की जनता चाहती है कि जय प्रकाश नारायण के आदर्शों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ाएं. जय प्रकाश नारायण की विचारधारा आपातकाल विरोधी थी. लेकिन अखिलेश यादव इसे भूल गए और कांग्रेस से गठबंधन कर लिया…अखिलेश यादव जानते हैं कि आगामी उपचुनाव में उनकी हार होने वाली है. इसलिए इस हार से ध्यान हटाने के लिए वे एक के बाद एक पीड़ित कार्ड खेलने की कोशिश करेंगे. अरविंद केजरीवाल दिल्ली में भी यही कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि हरियाणा में उनकी जमानत जब्त हो गई थी. इसलिए यूपी और देश की जनता अखिलेश यादव से पूछ रही है कि अगर वह जय प्रकाश नारायण के आदर्शों में विश्वास करते हैं तो उन्होंने इमरजेंसी वाली पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन क्यों किया?