अफ्रीका का शिकारी पक्षी शिकारा वन विहार में कर रहा विचरण

अफ्रीका का शिकारी पक्षी शिकारा वन विहार में कर रहा विचरण
– गायक कॉमन बुड और साहसी माने जाने वाले एशियाई टिट ने भी डाला डेरा
– वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में मौसम के बदलाव के साथ नजर आ रहे विभिन्न प्रजाति के पक्षी
आशीष दीक्षित, भोपाल ।
वन विहार में इन दिनों शिकारा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आसमान में विचरण करते शिकारा को देखने के लिए लोग पहुंच रहे हैं। चौकिंए नहीं हम यहां नदी में चलने वाले शिकारा की बल्कि आसमान में स्वच्छंद विचरण करने वाले शिकारी पक्षी शिकारा की बात कर रहे हैं। शिकारा के साथ कॉमन बुड, एशियाई टिट, भी नजर आ रहा है। मौसम में आए बदलाव का असर वन विहार के माहौल पर भी नजर आ रहा है। रोजाना सैकड़ों लोग यहां पर आ कर पक्षियों को देख रहे हैं। पक्षियों की जानकारी वन विहार में तैनात अमले द्वारा विभिन्न माध्यम से साझा की जा रही है। पिछले एक सप्ताह में चार पक्षी नजर आए हैं। जिनके स्वभाव के साथ ही उनकी आवाज निकलने के तरीके के बारे में भी बताया जा रहा है।
पक्षियों के मान से समृद्ध वन विहार
वन विहार को पक्षियों की संख्या के हिसाब से समृद्ध माना जाता है। अभी तक करीब 211 प्रजातियों के पक्षियों को चिन्हित किया गया है। वन विाहर से लगी झील में दूर दराज से पक्षी आ रहे हैँं। वन विहार के अधिकारियों का कहना है कि बरसात के दौरान मौसम ठंडा होता है, ऐसे में पक्षियों को भोजन के लिए भटकना नहीं पड़ता है। झील के किनारे ही कीट पतंगे मिल जाते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां पर करीब 80 से अधिक प्रजातियां इस क्षेत्र में आती हैँ।
पक्षी व्याख्या केंद्र से दी जा रही जानकारी
पार्क प्रबंधन द्वारा पक्षी व्याख्या केंद्र भी बनाया गया है। यहां आने वाले लोगों को पक्षियों, उनके आवास, भौतिक स्वरूप, प्रवास, संरचना और उनके घोसलों के बारे में बताया जाता है। साथ ही आसपास मिलने नजर आने वाले पक्षियों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
स्थानीय पक्षी – स्पॉटेड डव, ग्रीन बी ईटर, वाइट ब्रेस्टेड किंगफ़िशर, कॉमन किंगफ़िशर, इंडियन रोबिन, रोज रिंग पैराकीट, लार्ज इग्रेट, पोंड हेरॉन, नाईट हेरॉन, कॉमन मूरहेन, गोल्डन ओरियल, बया, ग्रे फ्रैंकोलिन, टवानी बैब्लर आदि।
प्रवासी पक्षी – ब्लू थ्रोट, रेड मुनिया, ट्राई कलर्ड मुनिया, ब्लैक रेड्स्टार्ट, बूटेड वार्बलर, लैसर वाइट थ्रोट, पर्पल हेरॉन, पेंटेड स्टोर्क, लार्ज कोर्मोरेंट, येलो वैगटेल, ग्रीन सैंड पाइपर, स्पॉट बिल डक, डार्टर आदि।
ये पक्षी आए नजर
शिकारा
– तीक्ष्ण दृष्टि वाला शिकारी पक्षी, लाल आँखें, तीक्ष्ण दृष्टि, ध्वनि की की-की। एशिया और अफ्रीका में पाया जाने वाला पक्षी। नर की आँखें नीले-भूरे रंग की और लाल रंग की होती हैं, जबकि मादा की आँखें भूरी और पीली होती हैं।
कॉमन वुडश्राइक
– सूक्ष्म गायक, अपने साथी के साथ मधुर, सीटी जैसी युगल गीत। नुकीली चोंच वाला, कीटों का शिकारी। एक छोटा, धूसर-भूरा पक्षी जो जोड़े में घूमता है, कीड़ों की तलाश में पेड़ों के बीच से उड़ता है।
इसकी मधुर, सीटी जैसी आवाज़ आसानी से सुनाई नहीं देती, लेकिन सुनने में बहुत अच्छी लगती है।
एशियाई टिट
– छोटा कलाबाज़, ज़ोरदार आवाज़, छोटा शरीर, ध्वनि तीज की तरह, एक साहसी, सक्रिय पक्षी जिसका सिर काला, गाल सफ़ेद और पेट पर एक धारी होती है। अपनी तेज़, खुशनुमा आवाज़ और लगातार चहचहाहट के लिए जाना जाता है।
पक्षी नजर आ रहे हैं
वन विहार में कई तरह के प्रवासी पक्षी विचारण कर रहे हैँ। पक्षियों की जानकारी यहां आन वाले पर्यटकों को उपलब्ध कराई जा रही है। वन्यप्राणियों के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
– विजय कुमार, फील्ड डायरेक्ट, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल







