व्यापारी की धान और अवैध परिवहन पर प्रशासन की कार्रवाई, जब्त किया वाहन
आदिवासी किसान के नाम पर व्यापारी बेचने आया धान

कटनी, यशभारत। धान की खरीदी शुरू होते ही बिचौलियों और व्यापारियों की सक्रियता बढ़ गई है। संदिग्ध धान और अवैध परिवहन पर ढीमरखेड़ा तहसील में शुक्रवार को एसडीएम ने ढीमरखेड़ा, तहसीलदार ने झिन्ना पिपरिया और नायब तहसीलदार ने उमरियापान में कार्रवाई की है। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद बिचौलियों और व्यापारियों में हडक़ंप मचा है।
ढीमरखेड़ा तहसीलदार अजय मिश्रा ने बताया कि झिंना पिपरिया धान उपार्जन केंद्र में अंकुर गुप्ता अपने लोडर वाहन में धान की 125 बोरी विक्रय करने आया था। कागजात मांगे जाने पर व्यापारी ने एक आदिवासी किसान का पंजीयन दिखाया। संदिग्ध अवस्था में धान की उपज पाए जाने पर तहसीलदार ने जब्ती की कार्रवाई की। इसी तरह उमरियापान नायब तहसीलदार आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि उमरियापान से टोला की तरफ चालक अजय गौटिया बगैर नंबर की ट्रैक्टर ट्रॉली में 75 बोरी धान लेकर टोला स्थित देवरी मंगेला केंद्र विक्रय के लिए जा रहा था। चालक को रोककर पंजीयन सहित दस्तावेज मांगे गए। धान परिवहन से संबंधित किसी भी प्रकार के दस्तावेज चालक नहीं दिखा सका। जिस पर नायब तहसीलदार ने कार्रवाई की। धान और अवैध परिवहन में लगे वाहन को पुलिस थाना में खड़ा कराया है।
एसडीएम ने जब्त कराई 363 क्विंटल अमानक धान
किसानों की जगह व्यापारियों की अमानक स्तर की धान की तुलाई की शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम विंकी सिंहमारे ने सिमरिया स्थित ढीमरखेड़ा खरीदी केंद्र पहुंची। केंद्र में किसानों के बयान लिए और दस्तावेजों का अवलोकन किया। इस दौरान अमानक स्तर की 363 क्विंटल धान को जब्त कर सहायक प्रबंधक संजय पांडे के सुपुर्द किया। मौके पर पंचनामा बनाया गया। एसडीएम ने ग्रेडर और छनना लगाकर खरीदी करने के साथ लापरवाही पर खरीदी प्रभारी सनिल पटेल को फटकार लगाई। हालाकि मामले की शिकायतकर्ता जांच के दौरान मौके से नदारद मिले। एसडीएम की जांच अन्य खरीदी केंद्रों में भी हडक़ंप की स्थिति बनी रही। कार्रवाई के दौरान कृषि विस्तार अधिकारी सतीश ज्योत्षी, पटवारी विष्णु दीवान सहित अन्य मौजूद रहे।