मेडिकल यूनिवर्सिटी में अभाविप का प्रदर्शन: परीक्षा-परिणाम में लेटलतीफी से गुस्साए छात्रोंं ने कुलपति ऑफिस में की तोडफ़ोड़

जबलपुर, यशभारत। मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने परीक्षा-परिणाम और लेटलतीफी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। गुस्साए छात्रों ने विवि परिसर के अंदर घुसकर कुलपति कार्यालय में तोडफ़ोड़ कर दी। अभाविप छात्रों का कहना था कि विवि में भर्राशाही हावी है मनमर्जी से काम किया जा रहा है, छात्रों की परेशानियों से किसी को कोई सरोकार नहीं है। अभाविप कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय में घुसकर कुर्सियां तोड़ दी।
अभाविप कार्यकर्ताओं ने कुलपति को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि बी. ए. एम.एस प्रथम एवं तृतीय वर्ष के मुख्य एवं पूरक परीक्षा के परिणाम गत दिवस 07/12/2022, 09/12/2022 को विश्वविद्यालय द्वारा घोषित किया गया अत: परीक्षा परिणाम में अनेकों त्रुटियाँ संज्ञान में आया है। परीक्षा में अनुपस्थित विद्यार्थीयों के अंकपत्र पर भी 76 अंक प्राप्त हैं। सभी विषय में अच्छे अंक से उत्तीर्ण होने के पश्चात् भी कुछ विद्यार्थियों के विषयों में 0 अंक प्राप्त है। महाविद्यालय परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण एवं विश्वविद्यालय द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम में भी महाविद्यालय प्रथम स्थान प्राप्त कर रहे विद्यार्थी के अंकपत्र में संस्कृत विषय में अनुतीर्ण किया गया। सत्र 2019-20 के विद्यार्थी पूरक परीक्षा देने के पश्चात् भी जो अंक पूर्व में प्राप्त थे वहीं अंक फिर से अंकपत्र पर प्राप्त है। अनेकों विद्यार्थी के सभी विषय में अच्छे अंक प्राप्त होने के पश्चात् भी एक विषय में अनुत्तीर्ण किया गया जबकि वह विद्यार्थी प्रेस अंक मिलने से उत्तीर्ण हो सकता था उनको प्रेस नहीं दिया गया। सत्र 2018 2019 एवं 2020 के व्यवसायिक वर्ष की परीक्षा परीक्षा परिणाम, अंकपत्र एवं उपाधि पत्र समय पर नहीं जारी करवाने कारण सभी छात्रों की शिक्षण अवधि वर्ष से अधिक विलंब से चल रही है। जिनके प्रमुख कारण परीक्षाओं के आयोजन समय पर न होना एवं परीक्षा परिणाम सही समय पर ना आना है।
परिणाम समय पर नहीं आने से छात्र परीक्षा से वंचित
एमबीबीएस 2017 चैच मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान महाविद्यालय द्वारा परिक्षा परिणाम समय पर ना देने के कारण, पूरे मध्यप्रदेश के 2017 बैच के छात्र हृश्वश्वञ्ज-क्कत्र की परिक्षा में बैठने के लिए योग्य नहीं हो पा रहे है। परिक्षा के परिणाम किश्तों में दिए जाते है, इस वजह से छात्रों में मानसिक तनाव रहता है, रूक्करूस् को परीक्षा परिणाम का यह तरीका तुरंत बंद करना चाहिए, हृरूष्ट की त्रह्वद्बस्रद्गद्यद्बठ्ठद्गह्य के आधार पर परिक्षा और परिणाम दिए जाना चाहिए। वर्ष 2017 बैच की सप्लिमेंट्री परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाए। वर्ष 2018 बैच की ह्यह्वश्चश्चद्यद्गद्वद्गठ्ठह्लड्डह्म्4 परिक्षा भी जल्द से जल्द करायी जाए। वर्ष 2019 बैच का परिणाम घोषित नहीं किया गया वर्ष 2020 बैच के दूसरे वर्ष की वार्षिक परिक्षा हृरूष्ट की त्रह्वद्बस्रद्गद्यद्बठ्ठद्गह्य के अंतर्गत समय पर करवाये जाए।