बाघिन एन-112 से पहली बार जन्में दो शावकों का अतापता नहीं डीएफओ बोले-कही दूसरे टाइगर ने उन्हें मार तो नहीं दिया
रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व- 2022 में दो शावकों के साथ दिखी बाघिन से नवंबर 2023 में 4 शावकों के जन्म से उठे सवाल
तेंदूखेड़ा/दमोह! रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व बनने से पहले नौरादेही अभयारण्य में जन्में चार में से 2 शावकों के जीवित होने पर संशय व्यक्त किया जा रहा है। दरअसल, बाघिन एन- 112 से एक साल बाद दोबारा शावकों के जन्म को लेकर अधिकारी इस तरह का तर्क दे रहे हैं। हाल ही में मीडिया से चर्चा करते हुए टाइगर रिजर्व के डीएफओ ए अंसारी ने कहा था कि राधा के पहली बार जन्में शावकों में से 2 फीमेल टाइगर थीं उन्हीं में से एक फीमेल एन-112 ने कुछ दिन पहले चार शावकों को जन्म दिया है। मालूम हो कि 29 अप्रैल 2022 को जारी प्रेसनोट में वन मंडल के अधिकारियों ने एन-112 को दो शावकों के साथ देखे जाने की बात कही थी। बाघिन के साथ इन शावकों के फोटो भी जारी किए गए थे। इस तरह दोबारा उसी बाघिन के शावक होने का दावा किया गया
वहीं एक्सपर्ट बताते हैं कि बाघिन पहली बार शावकों को जन्म देने के 2 साल बाद दोबारा तब तक मेटिंग नहीं करती जब तक कि शावक वयस्क होकर उससे अलग नहीं हो जाते। डीएफओ ने माना कि 2022 में निश्चित रूप से दो शावक आए थे। उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला। इस पूरे मामले से यह भी साबित होता है कि टाइगर रिजर्व के अधिकारी बाघों की सुरक्षा और उनकी मानीटरिंग को लेकर कतई सजग नहीं हैं
डीएफओ बोले- शावक जब 6 महीने का हो जाता है तब ही गिनते हैं
इस मामले में डीएफओ ए अंसारी का कहना है कि 2022 में निश्चित रूप से दो शावक दिखे थे। उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं चला। जब शावक 6 महीने का हो जाता है तब हम उसे गिनते हैं। कभी-कभी कोई दूसरा मेल टाइगर आ जाता है तो वह बच्चों को मार देता है। बाघिन दूसरी बार गर्भवती बनी है। हमारे पास अभी एक मेल टाइगर एन-3 है। यह उसी के बच्चे हैं
एन-1 राधा को लेकर नहीं बरती सतर्कता
मुहली रेंज के सभी क्षेत्रों में टाइगर की बसाहट हो गई है। ग्रामीणों को भी टाइगर दिखने लगे हैं। विभाग ने बाघों को लेकर शुरू से लापरवाही बरती है। विभाग ने एन-111 व 112 के बाद किसी भी टाइगर की टाइगर आईडी नहीं बनाई। एन-1 फीमेल ने संभवतः शावकों को जन्म दे दिया है, जो लंबे समय से मुहली व सिंगपुर रेंज में विचरण कर रही थी। बाघिन एन-1 (राधा) को लेकर विभागीय अमला कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। उसकी कॉलर आईडी गिर चुकी है
शावक वयस्क नहीं होते तब तक बाघिन गर्भवती नहीं होती
जब तक बाघिन के पहले शावक पूर्ण रूप से वयस्क होकर अपनी मां से दूर नहीं हो जाते और शिकार करना नहीं सीख जाते तब तक बाघिन अपने आप को गर्भवती नहीं होने देती। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 2 साल का समय लगता है। शावक होने के बाद बाघिन फाल्स मेटिंग तो करती है, पर उनका जो सीमन रहता है वह एक अलग पाउच में रखे रहती है। बाद में वह यूरिन के साथ उसे बाहर कर देती है। कभी ऐसा होता है कि इनके शावक मर जाते हैं तो वह टू मेटिंग करती है और फिर से गर्भधारण कर लेती है।
डॉ नीरज सिंह ठाकुर, पशु चिकित्सक