पाटन विधानसभा का इतिहास:- परिसीमन के बाद, बदल गया पाटन का राजनैतिक समीकरण
जबलपुर। वोटिंग के महज एक सप्ताह रह गया है। बीजेपी से अजय विश्नोई और कांग्रेस ने नीलेश अवस्थी एक बार फिर आमने सामने हैं। जबलपुर विधानसभा की हर विधानसभा क्षेत्र का अलग मिजाज है।
परिसीमन के बाद पाटन विधानसभा क्षेत्र अस्तित्व में आई। परिसीमन के बाद इस विधानसभा क्षेत्र में मझौली विधानसभा को विलोपित कर उसका अधिकांश हिस्सा जोड़ दिया गया। उसके बाद राजनैतिक समीकरणों में भी काफी परिवर्तन आ गया।
पाटन विधानसभा क्षेत्र की सीमाएं,,
पाटन विधानसभा क्षेत्र उत्तर दिशा में कटंगी, उत्तर पूर्व में बहोरीबंद बॉर्डर, पूर्व दिशा में पनागर बॉर्डर बघोड़ा गांव, दक्षिण पूर्व में पाटन बायपास जबलपुर के सूखा गांव तक, दक्षिण पश्चिम में ग्राम भीटा, पश्चिम दिशा में ग्राम निमी, उत्तर पश्चिम में ग्राम कूड़ा तक फैला है।
जाति समीकरण
पाटन विधानसभा क्षेत्र हिंदू बहुल सीट है। जिसमें कुछ संख्या में जैन समुदाय और मुस्लिम समुदाय भी निवास करते हैं।पाटन विधानसभा क्षेत्र में एक समय जमींदारों, मालगुजारों और क्षत्रिय समाज का आधिपत्य था। कालांतर में यह पकड़ कमजोर हुई है। वर्तमान में यहां बड़ी तादाद में मौजूद ओबीसी वोटर्स खासकर पटेल समुदाय निर्णायक स्थिति में है। हालांकि
ब्राम्हण-ठाकुर मतदाताओं का वर्चस्व भी है।
परिसीमन का प्रभाव
प्रदेश के गठन के साथ ही पाटन विधानसभा अस्तित्व में आई, परिसीमन के पश्चात इसमें मझौली विधानसभा क्षेत्र का बड़ा हिस्सा समाहित हो गया। लंबे समय तक कांग्रेस के वर्चस्व वाली इस सीट में साल चुनाव परिणाम मिले जुले रहे हैं। एक मर्तबा जनता दल यूनाइटेड को भी इस क्षेत्र में सीट जीतने का मौका मिला।
राजनैतिक मिजाज
विधानसभा क्षेत्र का राजनैतिक मिजाज मिला जुला है। बीजेपी के गठन से पूर्व यह क्षेत्र पूरी तरह से कांग्रेस की ओर झुका रहा। लेकिन समय के साथ बीते 25 वर्षों में यहां निरंतर परिवर्तन वाला ट्रेंड देखने को मिला है।
जब सोबरन सिंह विधायक चुने गए
बात साल 2003 की है, बीजेपी ने यहां से नारायण चौधरी को प्रत्याशी बनाया था। यह लंबे समय बाद देखा गया कि मालगुजारी के वर्चस्व वाली सीट पर एक ओबीसी को चुनाव मैदान में उतारा गया। जिससे खफा क्षेत्र से दावेदारी ठोंक रहीं प्रतिभा सिंह ने बतौर निर्दलीय पर्चा भर दिया। उन्होंने बीजेपी के काफी वोट काटे, नतीजा यह रहा कि जनता दल यूनाइटेड के सोबरन सिंह यहां से विधायक चुने गए।