गणेश नगर के 20 हजार मतदाता, बदहाल सड़क, पानी से परेशान
जबलपुर , यश भारत। आजादी के सात दशक बाद भी उत्तर मध्य विधानसभा के गणेश नगर में मूलभूत सुविधायें नदारद रहने से जनता आज भी नारकीय जीवन जीने के लिए विवश हैं। सरकारें आती गयी विकास का धारा कागजों में बहाती गई परन्तु धरातल पर स्थिति आज भी आदिम युग वाली है।इस इलाके के 20 हजार निवासी गांवों से भी बदतर हालात में रह रहे हैं।
इस इलाके की तीन कॉलोनियों के लोग सडक़ के लिए तरस रहे हैं। वे ऐसे रास्ते पर चलने को विवश हैं, जिसमे गड्ढों, बड़ी बड़ी गिट्टी के अलावा कीचड़ और पानी भरा है। इस रास्ते पर रेलवे की गिट्टी डंप की जाती है। इसकी आड़ लेकर रेलवे यह सडक़ नहीं बना रहा है। 20 वर्ष पहले गणेशनगर इलाके के किसानों ने अपनी जमीनों की प्लाटिंग कर बेचना आरम्भ किया। बिना किसी अनुमति या योजना के अंधाधुंध प्लाट काट कर बेच दिए गए। सस्ती दरों पर शहर के प्रमुख इलाकों से जुड़ी जमीन लोगों ने धड़ाधड़ खरीदी और यहां कॉलोनियां बसती गईं। खरीदारों ने भी सडक़,बिजली, पानी, जलनिकासी जैसी मूलभूत सुविधाओं को नजरअंदाज किया। नतीजा यह है कि अब यहां गणेशनगर, पुष्प नगर व गुरुकुंज कॉलोनी में जलनिकासी कावह कोई प्रबन्ध नहीं है। खाली पड़े प्लॉटों के साथ अंदर गलियों में भी पानी भर गया है। आधे से अधिक घरों में अस्थायी बिजली कनेक्शन हैं। जिन्हें स्थायी नही किया जा रहा है
चुनाव बाद नहीं झांकते नेता
इलाके के हालात गांवों से भी बदतर हैं। सडक़ व पानी की व्यवस्था यहां की जनता की प्राथमिक आवश्यकता है। वहीं क्षेत्र की जनता कह रही है कि चुनाव के बाद नेता यहां झांकते भी नहीं। इस बार विकास की शर्त पर ही मतदान करेंगे।इस इलाके में निर्माण व लोगों की बसाहट हुई, उसके मुकाबले यहां विकास नही हो पाया। इस इलाके में न तो शासकीय स्कूल है, ना ही कोई डिस्पेंसरी। दवा व अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी यहां नही हैं। सडक़ न होने के चलते व्यापारी यहां दुकानें खोलने में हिचकते हैं।
यहां तक कि सब्जी व अन्य वस्तुएं लेकर ठेले वाले व्यापारी भी नही आते।
निकाले जा सकते हैं अन्य मार्ग
इन कॉलोनियों के लिए तीन-चार सम्भावित वैकल्पिक मार्ग बनाए जा सकते हैं। विजयनगर स्थित जेडीए की स्कीम नम्बर 41 से नाले के किनारे किनारे गणेशनगर तक सडक़ बनाई जा सकती है। इसी तरह जयनगर स्थित कोचिंग सेंटर के सामने से गुजरने वाले इसी नाले के किनारे किनारे सडक़ बनाकर गणेशनगर को जोड़ा जा सकता है। गणेशनगर के अंदर से पुष्पनगर होकर सीधे कछपुरा ओवरब्रिज के नीचे तक मार्ग निकाला जा सकता