मध्य प्रदेश एम्प्लाई सिलेक्शन बोर्ड (ESB) की पटवारी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी मामले की जांच रिपोर्ट डेट लाइन गुजरने के एक महीने बाद भी पूरी नहीं हो सकी है। इधर, मप्र विधानसभा चुनाव की आचार संहिता सोमवार को लागू हो गई। इसके चलते अब पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ी की जांच रिपोर्ट रिपोर्ट फिलहाल अटक गई है। इसका खामियाजा परीक्षा की मेरिट में आए 8 हजार उम्मीदवारों को नियुक्ति के लिए करीब 3 महीने और इंतजार करके भरना पड़ेगा। गौरतलब है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मप्र हाईकोर्ट से रिटायर जज राजेंद्र कुमार वर्मा को पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की जांच का जिम्मा सौंपा था। साथ ही जांच रिपोर्ट कंपलीट करने की तारीख 31 अगस्त 2023 तय की थी।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 की आचार संहिता लागू होने से MPPEB की पटवारी भर्ती परीक्षा के चयनित उम्मीदवारों की जल्द ही अप्वाइनमेंट लेटर मिलने की उम्मीद टूट गई है। चयनित उम्मीदवारों की मांग है कि शासन मामले की जांच कर रहे हाईकोर्ट के रिटायर जज राजेंद्र कुमार वर्मा से चर्चा कर, जांच रिपोर्ट सबमिट कराए। साथ ही परीक्षा में जो उम्मीदवार बिना कोई गड़बड़ी किए मैरिट के आधार पर सिलेक्ट हुए हैं, उनके पोस्टिंग आर्डर जारी कर, संबंधितों को ज्वाइनिंग दे। इसके अलावा जांच रिपोर्ट में जिन उम्मीदवारों के रिजल्ट में गड़बड़ी के सबूत जांच कमेटी को मिले हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करे। वहीं इस मामले में MPPEB (अब कर्मचारी चयन मंडल) के अफसर नो कमेंट की स्थिति में हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अफसर ने बताया कि पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच रिटायर हाईकोर्ट जज कर रहे हैं। रिपोर्ट सबमिट नहीं हुई है। इस स्थिति में कोई भी कमेंट करना, जांच रिपोर्ट को प्रभावित करने की श्रेणी में आएगा। इस कारण मंडल , जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।